सोमवार, 12 फ़रवरी 2018

मेरे दाता तो एक हैं, मेरे दाता के रूप अनेक हैं



                भजन 











मेरे दाता तो एक हैं ,मेरे दाता के रूप अनेक हैं -२

१. मेरे दाता ही अर्द्धनारीश्वर ,मेरे दाता  ही माता और पिता
मेरे दाता ही ब्रह्मा विष्णु महेश ,मेरे दाता ही देवी देवता अनेक
मेरे दाता तो ---------------------

२. मेरे दाता ही धरती आकाश सूर्य ,मेरे दाता ही वायु जल और अग्नि
मेरे दाता  ही जलचर नभचर ,मेरे दाता ही नर तन हैं मन
मेरे दाता  तो ---------------------

३. मेरे दाता में सृष्टि समायी ,मेरे दाता ही करता भरता हर्ता
मेरे दाता  ही सबकी श्वासें ,मेरे दाता ही सबकी धड़कन
मेरे दाता  तो ---------------------

४. मेरे दाता ही कर्म और धर्म ,मेरे दाता ही पाप और पुण्य
मेरे दाता ही जन्म मृत्यु  ,मेरे दाता ही कालों के काल हैं
मेरे दाता  तो ---------------------


                                                                                शरणागत
                                                                             नीलम सक्सेना

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें