मंगलवार, 13 फ़रवरी 2018

श्री राम नाम गुण गाएगा ,तो भव से पार हो जाएगा



                  भजन  











श्री राम नाम गुण गाएगा ,तो भव से पार हो जाएगा -२

१. दुनिया की है रीत निराली ,थोड़ी उजली थोड़ी काली
कैसे तू बच पायेगा ,जो भव से पार हो जाएगा
श्री राम नाम -------------------------

२. नेक कमाई कर ले बन्दे,छोड़ सारे गोरख धंधे
नहीं तो फिर पछताएगा ,  तो कैसे पार हो जाएगा
 श्री राम नाम -------------------------

३. हम सब तो हैं एक कठपुतली ,उसके हाथ में सबकी डोरी
चाहे वो जैसे नचाएगा ,तो भव से पार हो जाएगा
श्री राम नाम -------------------------

४. सारे जग की झूठी माया ,सारे झूठे रिश्ते नाते
उसमें तू फंस जाएगा ,तो कैसे पार हो जाएगा
श्री राम नाम -------------------------

५. हम भी उसके तुम भी उसके ,सारा जग है उसका बन्दे
जो प्रभु की शरण में आएगा ,वो भव से पार हो जाएगा
श्री राम नाम -------------------------
 
                                                                                   शरणागत
                                                                               नीलम सक्सेना

सोमवार, 12 फ़रवरी 2018

मेरे दाता तो एक हैं, मेरे दाता के रूप अनेक हैं



                भजन 











मेरे दाता तो एक हैं ,मेरे दाता के रूप अनेक हैं -२

१. मेरे दाता ही अर्द्धनारीश्वर ,मेरे दाता  ही माता और पिता
मेरे दाता ही ब्रह्मा विष्णु महेश ,मेरे दाता ही देवी देवता अनेक
मेरे दाता तो ---------------------

२. मेरे दाता ही धरती आकाश सूर्य ,मेरे दाता ही वायु जल और अग्नि
मेरे दाता  ही जलचर नभचर ,मेरे दाता ही नर तन हैं मन
मेरे दाता  तो ---------------------

३. मेरे दाता में सृष्टि समायी ,मेरे दाता ही करता भरता हर्ता
मेरे दाता  ही सबकी श्वासें ,मेरे दाता ही सबकी धड़कन
मेरे दाता  तो ---------------------

४. मेरे दाता ही कर्म और धर्म ,मेरे दाता ही पाप और पुण्य
मेरे दाता ही जन्म मृत्यु  ,मेरे दाता ही कालों के काल हैं
मेरे दाता  तो ---------------------


                                                                                शरणागत
                                                                             नीलम सक्सेना

सोमवार, 5 फ़रवरी 2018

कान्हा आजा रे आजा रे आजा रे





कान्हा आजा रे आजा रे आजा रे







कान्हा आजा रे आजा रे आजा रे ,आजा रे आजा रे आजा रे

राधे श्याम की प्यारी जोड़ी ,सब भक्तों को लगती प्यारी
झांकी दिखाने आजा रे ,आजा रे आजा रे आजा रे
कान्हा आजा रे-----------------------

राधा संग में प्रीत लगाके ,बन गया हरजाई
प्रीत निभाने आजा रे ,आजा रे आजा रे आजा रे
कान्हा आजा रे-----------------------

ब्रज में भारी धूम मचाई ,माखन चुराया चीयर चुराई 
गोपी पुकारे आजा रे ,आजा रे आजा रे आजा रे 
कान्हा आजा रे-----------------------

बड़े बड़े राक्षस संहारे ,नन्द बाबा का मान बढ़ाया 
मैया पुकारे आजा रे ,आजा रे आजा रे आजा रे 
कान्हा आजा रे----------------------
                                                                                 शरणागत
                                                                              नीलम सक्सेना

सखीरी रात हुए कान्हा



सखीरी रात हुए कान्हा



सखीरी रात हुए कान्हा ,सखीरी रात हुए कान्हा

१. जब कान्हा ने जन्म लियो है ,खुल गए कंस के ताले
    सोये रहे पहरेदार , सखीरी रात हुए------------

२. बृज में भारी धूम मची है ,गोकुल में भी धूम मची है
    खुशियां छायी चहुँ ओर ,सखीरी रात हुए-------------

३. नन्द बाबा फूले न समायें ,मात यशोदा लोरी गायें
   गोपियाँ मंगल गाए आज ,सखीरी रात हुए-----------

४. ढोलक बाज मंजीरा बाजें ,चिमटा बाज खड़ताल बाजें
गूँज रही शहनाई ,सखीरी रात हुए-----------

५. भर भर दोने लड्डू बँट गए ,माखन मिश्री खूब ही बँट गए
हो रही ज्योनार ,सखीरी रात हुए----------


                                                                                            शरणागत
                                                                                          नीलम सक्सेना

क्यों बस गयी ऊँचे पहाड़ों में


क्यों बस गयी ऊँचे पहाड़ों में



क्यों बस गयी ऊँचे पहाड़ों में ,महारानी मेरी मैया
१. ऊँचे पर्वत चढ़ा न जाये ,पैर में पड़ गए छाले
बांह पकड़ मेरी ले जाओ मैया ,दर्शन तेरा करलें
क्यों बस गयी -------------------------------

२. पूर्णागिरी कैसे आऊं ,ऊँची नीची सीढ़ी
वैष्णोदेवी कैसे आऊं ,ऊँची नीची सीढ़ी
लहंगा चुन्नी लायी मैया ,कैसे तुझे उढ़ाऊँ
क्यों बस गयी -------------------------------

३.  मनसा देवी कैसे आऊं ,ऊँचा नीचा रस्ता
चण्डी देवी कैसे आऊं ,ऊँचा नीचा रस्ता
सोलह सिंगार लायी मैया ,कैसे तुझे सजाऊँ
क्यों बस गयी -------------------------------

४.  चिंतपूर्णी कैसे आऊं ,टेढ़ा मेढ़ा रस्ता
ज्वाला देवी ,टेढ़ा मेढ़ा रस्ता 
ध्वजा नारियल लायी मैया ,कैसे तुझे चढ़ाऊँ
क्यों बस गयी ------------------------------

५.  कलकत्ता में कैसे आऊं ,बड़ा ही लम्बा रस्ता
नैना देवी कैसे आऊं ,बड़ा ही लम्बा रस्ता
फल और मेवा लायी मैया ,कैसे भोग लगाऊं 
क्यों बस गयी ------------------------------





























शरणागत नीलम सक्सेना

मइया का दीवाना तो देखो रे लांगुरिया



मइया का दीवाना तो देखो रे लांगुरिया 


मइया का दीवाना तो देखो रे लांगुरिया 
देखो रे लांगुरिया ,देखो रे लांगुरिया
मइया का --------

आगे आगे मइया आवें, पीछे पीछे हनुमत
उनके पीछे दौड़ा आवे ,देखो रे लांगुरिया
मइया का ------

आसन मार मइया विराजे ,चौकी पे हनुमत विराजे
चरणों में माँ के हैं वैठे ,देखो रे लांगुरिया
मइया का -----

मइया भोग लगाती हैं ,हनुमत भोग लगाते हैं
मइया ऑर हनुमत के संग में भोग लगांए लांगुरिया
मइया का ------

अटल सुहागन मइया करतीं ,संकट हरते हनुमत जी
खुशियों से झोली भर देते ,देखो रे लांगुरिया
मइया का ------

गुरुवार, 14 सितंबर 2017

मंगलवार, 12 सितंबर 2017

bhajan-ओ गौरा के लाला


                       भजन 


ओ गौरा के लाला ,तुम हो दीन दयाला
ओ मेरे गणपति लाला ,ओ मेरे गणपति लाला
ओ मेरे गणपति लाला ,ओ मेरे गणपति लाला

मूषक सवारी आते हो , ऋद्धि-सिद्धि लाते हो
बिघ्नों को दूर भगाकर के ,बिगड़े काम बनाते हो
ओ मेरे गणपति लाला ,ओ मेरे गणपति लाला
ओ गौरा -----------------------

जब जब गणपति आते हो ,भक्तों पे हर्षाते हो
भक्तों के दिल में रहते हो ,सद्बुद्धि को देते हो
ओ मेरे गणपति लाला ,ओ मेरे गणपति लाला
ओ गौरा -----------------------

लड्डू का भोग लगाते हो ,मोदक भी खाते हो
सुख समृद्धि लाते हो ,भव से पार लगाते हो
ओ मेरे गणपति लाला ,ओ मेरे गणपति लाला
ओ गौरा  -----------------------

जब गणपति जी जाते हैं ,भक्ता टेर लगाते हैं  
अगले बरस जल्दी आना ,गणपति  बप्पा मोरया 
ओ मेरे गणपति लाला ,ओ मेरे गणपति लाला
ओ गौरा  -----------------------



                                                                 शरणागत
                                                             नीलम सक्सेना

रविवार, 27 अगस्त 2017

जय साईं राम बाबा जय साईं राम

                भजन 

बोलो जय साईं राम  बाबा ,जय साईं राम
बोलो जय साईं राम  बाबा ,जय साईं राम

साईं राम के अजब नज़ारे ,शिरडी में लगते भण्डारे
खाने आते लोग हज़ारों ,बाबा के होते जय जयकारे
कमी नहीं खजाने में ,
जय साई राम बाबा जय साई राम
बोलो-------------------------

बाबा के दर जो आते हैं ,दुःख दर्द मिटाए जाते हैं
रोते रोते आते भक्ता ,हँसते हँसते जाते हैं
कृपा बरसे भक्तों पर ,
जय साईं राम बाबा ,जय साईं राम
बोलो------------------------------

पानी से दिए जलाते थे ,रोजाना दिवाली मनाते थे
सबका मालिक एक है ,सबको यही बताते थे
ज्ञान की गंगा बहाते थे
जय साईं राम बाबा ,जय साईं राम
बोलो----------------------------

                                                            शरणागत
                                                         नीलम सक्सेना

शुक्रवार, 25 अगस्त 2017

तेरी दुनिया में आके तुझे भूल न जाऊँ ,तुझे भूल न जाऊँ

                         भजन 



इस दुनिया के रंग में रंग न जाऊं ,रंग न जाऊँ
तेरी दुनिया में आके तुझे भूल न जाऊँ ,तुझे भूल न जाऊँ

मोह माया के जाल बुरे हैं ,मकड़ी जैसे जाल बने हैं
विषय वासना के चक्कर में फंस न जाऊँ ,फंस न जाऊँ
 तेरी दुनिया में आके तुझे भूल न जाऊँ,तुझे भूल न जाऊँ

सब कुछ उसका फिर भी कहता ,तेरा मेरा तेरा मेरा
तेरे मेरे के चक्कर में फंस न जाऊँ ,फंस न जाऊँ
तेरी दुनिया में आके तुझे भूल न जाऊँ ,तुझे भूल न जाऊँ

काल चक्र में फँसता बन्दा ,आता जाता रहता बन्दा
लख चौरासी की डगर में फंस न जाऊँ ,फंस न जाऊँ
तेरी दुनिया में आके तुझे भूल न जाऊँ ,तुझे भूल न जाऊँ


संत रूप में आये उतरके ,मानव को समझाने को
मोह माया के चक्कर में तुम फंस न जइयो ,फंस न जइयो
इस दुनिया के रंग में रंग न जइयो ,रंग न जइयो
इस दुनिया में आके प्रभु को भूल न जइयो


 शरणागत
 नीलम सक्सेना