भजन
शिवरात्रि की होवे बधाई ,कि भोले आये हैं
पधारे हैं सब परिवार , भोले आये हैं
हो रही जय जयकार,भोले आये हैं
शिवरात्रि -------------------------------
१. शीश पे गंगा माथे चंदा , कानन बिच्छू गले में सर्पा
नंदी बैल सवारी,कि भोले आये हैं , पधारे हैं --------
शिवरात्रि -------------------------------
२. माथे त्रिपुंड काँधे झोला , हाथ में डमरू अंग मृगछाला
लिए भूत-s प्रेतों को साथ, भोले आये हैं, पधारे हैं --------
शिवरात्रि -------------------------------
३. जल चढ़ाओ तिलक लगाओ , वेलपत्री चढ़ाओ धतूरा चढ़ाओ
भंगिया घोटो आज,कि भोले आये हैं, पधारे हैं --------
शिवरात्रि -------------------------------
४. गौरा ने पीसी भोले ने पीली , सखियों ने पीसी भक्तों ने पीली
भर भर दोने बंट रहे आज,कि भोले आये हैं, पधारे हैं --------
शिवरात्रि -------------------------------
५. वेर खिलाओ मेवा खिलाओ , मोदक खिलाओ पेड़े खिलाओ
वेल का शरवत पिलाओ आज,कि भोले आये हैं, पधारे हैं --------
शिवरात्रि -------------------------------
शरणागत
नीलम सक्सेन
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