भजन
श्याम तेरी मुरली ने मेरो मन मोहे लियो -२
कान्हा तेरी मुरली ने -----------------------
१. जब जब बैरन बाजन लागे, मेरो मन मयूरा नाचे
सुध बुध मैंने दई विसराई ओ ss ss , मैं तो घायल हो गयी रे
श्याम तेरी मुरली ने------------- कान्हा तेरी मुरली ने --------
२. तू तो है घट-घट का वासी, सबके मन की तूने जानी
मेरे मन की क्यों नहीं जानी ओ ss ss , तेरी दर्शन प्यासी रे
श्याम तेरी मुरली ने------------- कान्हा तेरी मुरली ने --------
३. तेरे नाम की राधा दीवानी, तेरे नाम की मीरा दीवानी
मैं भी हो गयी तेरी दीवानी ओ ss ss , तेरे चरनन आ गयी रे
श्याम तेरी मुरली ने------------- कान्हा तेरी मुरली ने --------
४. घर भर छोड़ तेरे ढिंग भाजी, लाज शर्म छोड़ तेरे ढिंग भाजी
प्राण पखेरू उड़ जाएं मेरे ओ ss ss , मैं तो पागल हो गयी रे
श्याम तेरी मुरली ने------------- कान्हा तेरी मुरली ने --------
शरणागत
नीलम सक्सेना
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