प्रारम्भ
सारा जग माँ तुम्हे बुलाता ,आजा माँ ----------
१- सारा जग माँ तूने बनाया ,उसमे समाई तेरी माया
भक्त तेरे माँ तुझे बुलाते ,आकर दर्शन दे दो माँ
मेरी पुकार सुन लो माँ -२
आजा माँ ,आजा माँ ,आजा माँ ,आजा माँ
२- ऊंचे पर्वत भवन बनाया ,उसमे बैठी मेरी मैय्या -२
ऊंचे पर्वत चढ़ ना पाऊं , कैसे माँ तेरे दर्शन पाऊं
कर कृपा दर्शन पाऊं -२
आजा माँ ,आजा माँ ,आजा माँ ,आजा माँ
३- मेरे घर पर आ न माँ, तेरे नाम की जोत जगाऊँ
सिंह सवारी आना मेरी मैय्या ,संग मे लाना लांगुर भईया
आसन मार विराजो माँ -२
आजा माँ ,आजा माँ ,आजा माँ ,आजा माँ
४- मन की प्यास बुझादो माँ ,ह्रदय आन विराजो माँ -२
हाथ पसरे खड़े है माँ,खाली झोली भर दो माँ
बिटिया माँ तेरी तुझे बुलाये-२
आजा माँ ,आजा माँ ,आजा माँ ,आजा माँ
इति
शरणागत (माँ के दर्शन की प्यासी)
नीलम सक्सेना
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