भजन
मन का का आँगन नहीं बुहारा-२
कैसे आएंगे भगवान , कैसे आएंगे भगवान ।
१. नेक कमाई करी न बन्दे , बिषय वासनाओं में फसके
अच्छे कर्म कभी न किये , तो कैसे आएंगे भगवान, कैसे------
मन का आँगन ----------------
२. भूखे को भोजन न कराया , प्यासे को पानी पिलाया
दुखियों की कभी मदद न कीन्ही , तो कैसे आएंगे भगवान, कैसे------
मन का आँगन ----------------
३. हाथों से कभी सेवा न कीन्ही , पैरों से कभी तीर्थ न कीन्हे
आँखों से कभी दर्शन न किये , तो कैसे आएंगे भगवान, कैसे------
मन का आँगन ----------------
४. छोड़ छाड़ के गोरख धंधे , प्रभु की शरण में आजा बन्दे
पश्चाताप की अग्नि में जलके , सत्संग में तू आजा बन्दे
तभी मिलेंगे भगवान , तभी मिलेंगे भगवान -२
शरणागत
नीलम सक्सेना
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