शनिवार, 28 जनवरी 2017

मन का का आँगन नहीं बुहारा





          भजन 








मन का का आँगन नहीं बुहारा-२
कैसे आएंगे भगवान , कैसे आएंगे भगवान ।

 १. नेक कमाई करी न बन्दे , बिषय वासनाओं में फसके
     अच्छे कर्म कभी न किये , तो कैसे आएंगे भगवान, कैसे------
     मन का आँगन ----------------

२. भूखे को भोजन न कराया , प्यासे को पानी  पिलाया
    दुखियों की कभी मदद  न कीन्ही  , तो कैसे आएंगे भगवान, कैसे------
     मन का आँगन ----------------

३. हाथों से कभी सेवा न कीन्ही , पैरों से कभी तीर्थ न कीन्हे
    आँखों से कभी दर्शन न किये , तो कैसे आएंगे भगवान, कैसे------
     मन का आँगन ----------------

४.  छोड़ छाड़ के गोरख धंधे , प्रभु की शरण में आजा बन्दे
    पश्चाताप की अग्नि में जलके , सत्संग में तू आजा बन्दे
    तभी मिलेंगे भगवान ,  तभी मिलेंगे भगवान -२


                                                        शरणागत 
                                                       नीलम सक्सेना

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