प्रारम्भ
भोले क्या तेरे मन मे समाई
शिवरात्री पे आने की बनाई ,शिवरात्री पे आने की बनाई
संग मे गौरा को लेकर के आये
संग मे गणपति को लेकर के आये
देखो कार्तिक ने धूम मचाई , देखो कार्तिक ने धूम मचाई
संग मे रिद्धि को लेकर के आये
संग मे सिद्धि को लेकर के आये
शुभ लाभ ने धूम मचाई
भोले क्या तेरे मन मे समाई
शिवरात्री पे आने की बनाई ,शिवरात्री पे आने की बनाई
संग मे ब्रह्मा को लेकर के आये
संग मे विष्णु को लेकर के आये
देखो संतो ने धूम मचाई
भोले क्या तेरे मन मे समाई
शिवरात्री पे आने की बनाई ,शिवरात्री पे आने की बनाई
संग मे नन्दी को लेकर के आये
संग मे मूषक को लेकर के आये
देखो भूतो ने धूम मचाई
देखो प्रेतो ने धूम मचाई
भोले क्या तेरे मन मे समाई
शिवरात्री पे आने की बनाई ,शिवरात्री पे आने की बनाई
इति
शरणागत
नीलम सक्सेना
भोले क्या तेरे मन मे समाई
शिवरात्री पे आने की बनाई ,शिवरात्री पे आने की बनाई
संग मे गौरा को लेकर के आये
संग मे गणपति को लेकर के आये
देखो कार्तिक ने धूम मचाई , देखो कार्तिक ने धूम मचाई
संग मे रिद्धि को लेकर के आये
संग मे सिद्धि को लेकर के आये
शुभ लाभ ने धूम मचाई
भोले क्या तेरे मन मे समाई
शिवरात्री पे आने की बनाई ,शिवरात्री पे आने की बनाई
संग मे ब्रह्मा को लेकर के आये
संग मे विष्णु को लेकर के आये
देखो संतो ने धूम मचाई
भोले क्या तेरे मन मे समाई
शिवरात्री पे आने की बनाई ,शिवरात्री पे आने की बनाई
संग मे नन्दी को लेकर के आये
संग मे मूषक को लेकर के आये
देखो भूतो ने धूम मचाई
देखो प्रेतो ने धूम मचाई
भोले क्या तेरे मन मे समाई
शिवरात्री पे आने की बनाई ,शिवरात्री पे आने की बनाई
इति
शरणागत
नीलम सक्सेना
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