भजन
शिव गौरा का राज दुलारा , भक्तों की आँखों का तारा
ओ गणपति भोला भाला , ओ गणपति प्यारा प्यारा ।शिव गौरा--------------------
१. शीश पे उनके मुकुट विराजे , माथे केसर तिलक विराजे
ओ लंबी सूंड सुंडला , ओ गणपति भोला-भाला ।
शिव गौरा--------------------
२. कान में उनके कुण्डल विराजे , नैनों में उनके कजरा विराजे
गले मोतियन माला , ओ गणपति भोला- भाला ।
शिव गौरा--------------------
३. हाथ में उनके मोदक विराजे , कांधे उनके जनेऊ विराजे
पिला पीताम्बर वाला , ओ गणपति भोला-भाला ।
शिव गौरा--------------------
४. संग में उनके भोला विराजे , संग में उनके गौरा विराजे
ओ रिद्धि-सिद्धि वाला , ओ गणपति भोला- भाला ।
शिव गौरा--------------------
५. संग में उनके शुभ विराजे , संग में उनके लाभ विराजे
ओ भैया कार्तिक वाला , ओ गणपति भोला-भाला ।
शिव गौरा-------------------
शरणागत
नीलम सक्सेना
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें