प्रारम्भ
तेरे चरणों में लौ लागी , तू माने या माने
तू माने या न माने ,तू माने या न माने
मैं तो तेरी-------------
१. तू है दया का सागर , तू है करुणा का सागर
तू है ममता का सागर , तू है रहम का सागर
मैं तेरी शरण में आ गयी , तू माने या न माने
तू माने या न माने ,तू माने या न माने
मैं तो तेरी-------------
२. तू सारे जग की माता , तू सबकी भाग्य विधाता
जो तेरी शरण में आता , वो सोया भाग्य जगाता
मैंने अपनी बिगड़ी बनाली , तू माने या न माने
तू माने या न माने ,तू माने या न माने
मैं तो तेरी-------------
३. सब देख तुझे हर्षाते , फूलों को हैं बरसातें
ध्वजा नारियल चढ़ाते , मेवा का भोग लगाते
मैं लहँगा चुन्नी लायी , तू माने या न माने
तू माने या न माने ,तू माने या न माने
मैं तो तेरी-------------
शरणागत
नीलम सक्सेना
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