शुक्रवार, 31 मार्च 2017

करो मइया को याद मइया आएगी








           भजन 






करो मइया को याद मइया आएगी  
करो मइया से प्यार मइया आएगी 
आएगी माँ आएगी ,आएगी माँ आएगी 
करो मइया --------------------------

१. जब जब मैया आती है ,काली घटा छाती है 
रिमझिम पड़े फुहार मैया आएगी 
आएगी माँ आएगी ,आएगी माँ आएगी 
करो मइया --------------------------

२. मैया जग की दाती है ,मैया सबको भाती है 
दर्शन दे इक बार मैया आएगी 
आएगी माँ आएगी ,आएगी माँ आएगी 
करो मइया --------------------------

३. शेर सवारी आती है ,लांगुर संग में लाती है 
हो रही जय जयकार ,मैया आएगी  
आएगी माँ आएगी ,आएगी माँ आएगी 
करो मइया --------------------------

४. नवदुर्गा रूप में आती है ,सबको संग में लाती है
करलो सब सत्कार मैया आएगी 
आएगी माँ आएगी ,आएगी माँ आएगी 
करो मइया --------------------------

५. मैया जब हर्षाती है  ,भर भर झोली  देती है 
भक्तों पे होये निहाल मैया आएगी 
आएगी माँ आएगी ,आएगी माँ आएगी 
करो मइया --------------------------

६. देखो आ गयी मैया ,देखो आ गयी मैया 
किस किस ने बुलाया ,अरे हमने बुलाया ,सबने बुलाया 
हो देखो आ गयी मैया ,देखो आ गयी मैया   

७. स्वागत करलो जय  माता की ,मात मनालो जय माता की 
शीश झुकालो जय माता की ,चरणों में पडजा जय माता की
 हो देखो आ गयी मैया ,देखो आ गयी मैया 

८. मैया संकट हरती है ,मैया दुखड़े हरती है
मैया पाप मिटाती है ,भव से पार लगाती है 
हो देखो आ गयी मैया ,देखो आ गयी मैया 

९. दुष्टों को मार गिराती है,हुंकारे मैया भरती है 
पल में कष्ट मिटाती है ,खाली झोली भरती है 
हो देखो आ गयी मैया ,देखो आ गयी मैया    


                                                                                     शरणागत 
                                                                                 नीलम सक्सेना

बुधवार, 29 मार्च 2017

जगतारिणी कहलाती हूँ ,भवतारिणी कहलाती हूँ

                    





               भजन








जगतारिणी कहलाती हूँ ,भवतारिणी कहलाती हूँ 
सारे जहाँ की मैं हूँ मालिक , कर्ता भर्ता हर्ता हूँ 

किधर से आयी हो मेरी मइया ,इतना तो बतला दो माँ 

१. कलकत्ते से आयी हूँ  ,काली माँ कहलाती हूँ 
दुष्टो को मैं मार गिराऊँ ,संकट पल में दूर भगाऊँ 
जगतारिणी --------------------------------------

२. हरिद्धार से आयी हूँ ,चण्डी  माँ कहलाती हूँ ,मनसा माँ कहलाती हूँ
खाली झोली पल में भरती ,मन की मुरादें पूरी करती 
जगतारिणी -------------------------------------- 

३. कांगड़ा से मैं आयी हूँ ,ज्वाला माँ कहलाती हूँ ,चिंतपूर्णी कहलाती हूँ 
सारी चिंता दूर भगाऊँ ,नैया तेरी पार लगाऊं
जगतारिणी -------------------------------------- 

४. जम्मू से मैं आयी हूँ ,वैष्णो माँ  कहलाती हूँ ,आदिकुमारी कहलाती हूँ 
बेटियों को घर वर देती ,अटल सुहागन जोड़ी करती 
जगतारिणी -------------------------------------- 

५. पूर्णागिरि से आयी हूँ ,सिंघवाहिनि कहलाती हूँ 

भक्तों को दर्शन देती हूँ ,सोया भाग्य जगाती हूँ 
जगतारिणी -------------------------------------- 


                                                                                                   शरणागत
                                                                                               नीलम सक्सेना

सोमवार, 27 मार्च 2017

चलो लांगुरिया मंदिर में (maa ka laangur)



                     भजन 









हनुमत बोले लांगुर से ,चलो लांगुरिया मंदिर में 
मैया आयी मंदिर में ,दर्शन करलें मंदिर में 

१. मंदिर में माँ के अजब नज़ारे , भक्तों को लगते हैं प्यारे 
बरस रही है रहमत आज ,जाग रहे हैं सोये भाग्य 
चलो लांगुरिया मंदिर में ,दर्शन करलें मंदिर में 


२. मंदिर में माँ के कीर्तन होगा ,वहीँ सुनेंगे माँ की भेटें 
वहीँ लगेंगे जय जयकारे ,वहीँ पे मारे ठुमके आज 
चलो लांगुरिया मंदिर में ,दर्शन करलें मंदिर में 


३. मंदिर में माँ को भोग लगेगा ,हलवा पूरी खूब मिलेगा 
 फल और मेवा खूब मिलेगा ,वहीँ भरेंगे अपना पेट 
चलो लांगुरिया मंदिर में ,दर्शन करलें मंदिर में




                                                                                             शरणागत 
                                                                                          नीलम सक्सेना

जय माँ जय माँ जय माँ भवानी

              

             भजन 














जय माँ जय माँ जय माँ भवानी ,काली तुम कहलाती हो 
काली तुम कहलाती हो ,महाकाली कहलाती हो 

१. जब हरि ने तुम्हे पुकारा ,योगनिद्रा बन आती हो 
जाँघ पे रख मधुकैटभ को मारा ,योगमाया कहलाती हो 
जय माँ जय माँ जय माँ भवानी--------------------------- 

२. माँ अम्बे ने तुम्हे पुकारा ,जगदम्बे रूप में आती हो 
महिषासुर को मार गिराकर ,महिषामर्दिनी कहलाती हो 
 जय माँ जय माँ जय माँ भवानी--------------------------- 

३. माँ दुर्गे ने तुम्हे पुकारा ,चण्डी रूप में आती हो 
चण्ड -मुण्ड को मार गिराकर ,चामुण्डा कहलाती हो 
जय माँ जय माँ जय माँ भवानी--------------------------- 

४. माँ चण्डिका ने तुम्हे पुकारा ,कालिका रूप में आती हो 
 रक्तबीज को मार गिराकर ,महाकाली कहलाती हो 
जय माँ जय माँ जय माँ भवानी--------------------------- 

५. माँ चण्डी ने तुम्हे पुकारा ,शिवदूती बन आती हो 
शुम्भ-निशुम्भ  को मार गिराकर ,अम्बे माँ कहलाती हो 
जय माँ जय माँ जय माँ भवानी--------------------------- 



                                                                                     शरणागत 
                                                                                 नीलम सक्सेना

शनिवार, 25 मार्च 2017

किसी का रहा नहीं अभिमान










               भजन

















आसमान में उड़ने वाले ,धरती  को पहचान
किसी का रहा नहीं अहंकार ,किसी का रहा नहीं अभिमान

१. राम ने रावण मारा ,जिसको था अभिमान
   लंका जलकर ख़ाक हुई ,रहा न नामो निशान
   कान लगाकर सुनले बन्दे ,मत कर रे अभिमान
   किसी का रहा नहीं अहंकार ,किसी का रहा नहीं अभिमान 
    आसमान में उड़ने -----------------------------------

२. मानव है अहंकार का पुतला ,गुरूजी मार्ग दिखाते
    शनिदेव हैं कर्म फल दाता ,उसकी लाइन लगाते
    ध्यान लगाकर सुनले बन्दे ,मत कर रे अभिमान
   किसी का रहा नहीं अहंकार ,किसी का रहा नहीं अभिमान 
   आसमान में उड़ने -----------------------------------

३. अहंकार है जहर समान ,जिसको सर्प उगलता है
    राम नाम ही उसे बचाता ,जो भी शरण आता है
   गुरुदेव की बात मानले ,मत कर रे अभिमान
  किसी का रहा नहीं अहंकार ,किसी का रहा नहीं अभिमान 
  आसमान में उड़ने -----------------------------------



                                                                         शरणागत
                                                                     नीलम सक्सेना

मंदिर में हो रही जय जयकार कि मइया मेरी आयी हैं





             भजन 








मंदिर में हो रही जय जयकार ,
कि मइया मेरी आयी हैं
आयी हैं माँ आयी हैं -२ ,
मंदिर में हो रही जय जयकार 

१. हनुमत संग में लांगुर आये ,बांध के घुंघरू खूब ही नाचे 
मंदिर में मची है धमाल , कि मइया आयी है 
मंदिर में हो रही--------------------------------

२. रंग बिरंगे फूल मंगाए ,अपनी माँ को खूब सजाये 
फूलों की हो रही बरसात , कि मइया आयी है 
मंदिर में हो रही--------------------------------

३. ढोलक बाजे मंजीरे बाजे ,सब भक्तों की ताली बाजें
गूँज रही है शहनाई ,कि मइया आयी है 
मंदिर में हो रही--------------------------------

४. ध्वजा नारियल भेंट चढ़ाएं ,फल मेवा का भोग लागाएं 
मइया को मनायें आज ,कि मइया आयी है 
मंदिर में हो रही--------------------------------



                                                                               शरणागत 
                                                                           नीलम सक्सेना

लांगुरिया मेरा बड़ा सयाना ( माँ का लांगुर )






     

             भजन 








    लांगुरिया मेरा बड़ा सयाना ,मैया संग में आता है 
    मैया संग में रहता है ,मैया की सेवा करता है 
    लांगुरिया मेरा ----------------------------

१. लांगुर मेरा बड़ा सलोना ,माँ के मन को भाता है 
    जहाँ जहाँ मइया जाती है ,वहाँ वहाँ लांगुर जाता है 
    लांगुरिया मेरा ----------------------------

२. लांगुर मेरा छैल छबीला ,सबके मन को भाता है 
    जहाँ जहाँ छंद होयें मइया के,लांगुर वहीँ पे रहता है 
    लांगुरिया मेरा ----------------------------

३. लांगुर मेरा बड़ा रंगीला ,सखियों के मन भाता है 
    भक्तों को खूब हँसता है ,भक्तों को खूब नाचता है
   लांगुरिया मेरा ----------------------------

४. लांगुर मेरा बड़ा ही चंचल ,भक्तों पे रौब जमाता है
   उछल-उछल के कूद-कूद के ,खूब ही मस्ती करता है 
   लांगुरिया मेरा ----------------------------

५. लांगुर मेरा बड़ा अलबेला ,नवरात्रों में आता है
   सारे जग में धूम मचाता ,हलवा पूरी खाता है 
   लांगुरिया मेरा ----------------------------


                                                                                    शरणागत 
                                                                                 नीलम सक्सेना


शुक्रवार, 24 मार्च 2017

हम तो जाएं माँ दर्शन को भक्तों तुम भी आओ








           
  भजन  








हम तो जाएं माँ दर्शन को , भक्तों तुम भी आओ 
मन की मुरादें पाओ , अपनी झोली भर ले जाओ 
हम तो जाएं ----------------------------

१. तुम  मत देखो पैर के छाले , दौड़ के भक्ता  आओ 
    मंजिल बड़ी दूर है माँ , जल्दी पार लगाओ ,
    हाँ जल्दी पार लगाओ , हम तो -----------

२. हम तो हैं औलाद माँ की , हमको दर्शन देगी 
    सर पे रखके हाथ अपना , हमको प्यार करेगी 
    हाँ हमको प्यार करेगी , हम तो -----------

३. माँ के दर सब एक हैं , कोई नहीं पराया 
   सब पे रखके अपनी छाया , जग में उनकी माया 
   हाँ जग में उनकी माया , हम तो -----------

४. रहमत बरसे रात दिन , देखो माँ की महिमा 
    देखे है संसार सारा , माँ की गरिमा 
    हाँ माँ की गरिमा , हम तो -----------


                                                                                     शरणागत 
                                                                                  नीलम सक्सेना

मेरी मेहंदी का रंग लाल (माँ की मेहंदी)



            भजन 










मेरी मेहंदी का रंग लाल,मेहंदी रंग भरी 
रचालो दोनों हाथ माँ अरदास मेरी 

१. हरे हरे पत्ते तोड़ के लायी , पीसी सारी रात
    सब भक्तों ने माँ के लगाई ,रच गए दोनों हाथ 
    मेरी मेहंदी-------------------

२. अम्बे लगाएं जगदम्वे लगाएं , पीसी सारी रात
    सब सखियों  ने माँ के लगाई ,रच गए दोनों हाथ 
    मेरी मेहंदी-------------------

३. काली  लगाएं चामुंडा लगाएं , पीसी सारी रात
    हम सब ने भी माँ के लगाई ,रच गए दोनों हाथ 
    मेरी मेहंदी-------------------

४. सातों बहना मेहंदी लगाएं , पीसी सारी रात 
    दासी नीलम माँ के लगाए ,रच गए माँ के हाथ 
    मेरी मेहंदी-------------------



                                                                                 शरणागत 
                                                                              नीलम सक्सेना

गुरुवार, 23 मार्च 2017

मइया उतरी बगिया में चल भक्ता बगिया में






          भजन 










    मइया उतरी बगिया में ,चल भक्ता बगिया में 

१. रेशम की डोरी चन्दन की पटली-२  
    ले चल भक्ता बगिया में, मइया उतरी बगिया में 

२. अमुआ की डाली पे झूला डलाया-२
    झूला झूले बगिया में, चल भक्ता बगिया में 
    मइया उतरी----------------------

३. त्रिदेवी मइया झूला झूलें-२ 
    झोटा देवें हनुमत जीचल भक्ता बगिया में 
    मइया उतरी----------------------

४. सातों बहना झूला झूलें-२ 
    झोटा देवें सारे भक्ता, चल भक्ता बगिया में 
    मइया उतरी----------------------   


                                                                                      शरणागत 
                                                                                  नीलम सक्सेना

ओढ़ चुनरिया लाल मैया बड़ी प्यारी लगे



                  

                  भजन 


ओढ़ चुनरिया लाल, मैया बड़ी प्यारी लगे 
मैया के गालों का रंग लाल, मैया बड़ी प्यारी लगे 
ओढ़ चुनरिया-------------------

१. लाल लाल बिंदिया, लाल लाल सिन्दूर 
    होठों का रंग है लाल, मैया बड़ी प्यारी लगे 

    ओढ़ चुनरिया-------------------

२. लाल लाल चूड़ी, लाल लाल मेहँदी 
    कंगनों का रंग है लाल, मैया बड़ी प्यारी लगे 
    ओढ़ चुनरिया-------------------

३. लाल लाल पायल, लाल लाल बिछुए 
    महावर का रंग है लाल, मैया बड़ी प्यारी लगे 
    ओढ़ चुनरिया-------------------

४. लाल लाल साड़ी, लाल लाल चोला 
    चुनरी का रंग है लाल, मैया बड़ी प्यारी लगे 
    ओढ़ चुनरिया-------------------

५.  लाल लाल लौंगे, लाल लाल नरियल 
     मेवों का रंग है लाल ,मैया बड़ी प्यारी लगे 
     ओढ़ चुनरिया-------------------

                                                                                          शरणागत 
                                                                                      नीलम सक्सेना

मंगलवार, 21 मार्च 2017

फूलों से सज रही है, राधा कृष्ण की ये जोड़ी





               भजन 








फूलों से सज रही है, राधा कृष्ण की ये जोड़ी 
देखो सुन्दर लग रही है-२ ,दोनों की युगल जोड़ी 
 
१, फूलों से मुकुट बनाया ,दोनों के शीश सजाया 
    देखो सुन्दर लग रहे हैं-२ ,दोनों के नयन कटीले 
    फूलों से सज रही है---------------------------------

२. फूलों से हार बनाया ,दोनों के गले पहनाया 
    देखो सुन्दर लग रहे हैं-२ ,दोनों के होठ रसीले 
    फूलों से सज रही है---------------------------------

३. फूलों से कंगन बनाया ,दोनों के हाथ पहनाया 
    देखो सुन्दर लग रही है-२ ,हाथों की ये मुरली
    फूलों से सज रही है---------------------------------

४. फूलों से तगड़ी बनाई ,दोनों को है पहनाई  
    देखो सुन्दर लग रही है-२ ,ये अदा खड़े होने की 
    फूलों से सज रही है---------------------------------

५. फूलों से पायल बनाई ,दोनों के पाँव पहनाई 
    देखो सुन्दर लग रही है-२ ,टेढ़ी चाल ये सुहानी 
    फूलों से सज रही है---------------------------------

६. फूलों से चुंदरी बनाई ,दोनों को है उढ़ाई 
    देखो सुन्दर लग रही है-२ ,दोनों की प्यारी छवि 
    फूलों से सज रही है--------------------------------


                                                                                      शरणागत 
                                                                                  नीलम सक्सेना

गुरूजी मैं तो ओढ़ चुनरिया

               





                     भजन






गुरूजी मैं तो ओढ़ चुनरिया,  ठाड़ी मंदिर में
गुरूजी मैं तो ओढ़ चुनरिया,  ठाड़ी मंदिर में


१. राम नाम से रंग ली चुनरिया,कृष्ण नाम से रंग ली चुनरिया
    प्रभु नाम से रंग लिया चोला  ,ठाड़ी रे मंदिर में
    गुरूजी मैं तो -------------------------

२. गुरु नाम की महिमा न्यारी ,जिसने जानी उसने मानी
    गुरूजी कर दो भव से पार ,ठाड़ी रे मंदिर में
    गुरूजी मैं तो -------------------------

३. गुरु शरण में आ जाओ भक्तों ,हाथ गुरु का सर पे रखलो
    गुरूजी तेरा करेंगे कल्याण ,ठाड़ी रे मंदिर में
    गुरूजी मैं तो -------------------------

४. गुरु शरण में जो भी जाता , जनम मरण से छुट्टी पाता
    प्रभु चरण में वह समाता  ,ठाड़ी रे मंदिर में
    गुरूजी मैं तो -------------------------


                                                                                                       शरणागत
                                                                                                    नीलम सक्सेना

रविवार, 19 मार्च 2017

मेरी नइया है माँ के हवाले




          भजन 






    मेरी नइया है  माँ के हवाले 
    मइया पार करे या  डुबोदे -२ 
    मइया पार करे या डुबोदे-२ 
    मेरी नइया -----------, मइया पार-------

१. मैं लाल तेरा माँ आया-२ , अपनी फरियादें लाया 
    बस रहम नज़र कर दे-२ , माँ तेरे दर आया 
    मेरी नइया -----------, मइया पार-------

२. तूने सबकी बिगड़ी बनाई-२ , अब मेरी बारी आयी 
    मेरे सर पे तू हाथ रखदे-२ , बस एक गुजारिश मेरी 
    मेरी नइया -----------, मइया पार-------

३. मेरी मंजिल क्या है माँ-२ ,तू इतना बतादे माँ 
   माँ  सच्ची राह को चुनलूँ-२ ,  मेरा जीवन सफल बना 
   मेरी नइया -----------,  मइया पार-------

४. मैं कामी क्रोधी पापी-२ , पर बालक  हूँ तेरा 
    तूने जग में है भेजा-२ , बस कृपा करदे माँ 
    मेरी नइया -----------,  मइया पार-------


                                                                       शरणागत 
                                                                   नीलम सक्सेना

शनिवार, 18 मार्च 2017

हे गुरुवर मेरे दर आयी तेरे-संभालो


                   भजन 


    हे गुरुवर मेरे दर आयी तेरे-संभालो 
    इस भंवर से तो बाहर निकालो
     
    
१. कैसा जाल बनाया माया का
    जैसे तड़पे जल बिन मछली है 
    ऐसे तड़प रही हूँ-संभालो  
    इस भंवर से तो बाहर निकालो 
    हे गुरुवर-----------,इस भंवर------------

२. हे गुरुवर मेरे कुछ ऐसा करो 
    इस जगत में जन्म न लेना पड़े 
    ये है मकड़ी का जाल-संभालो 
    इस भंवर से तो बाहर निकालो
    हे गुरुवर-----------,इस भंवर------------ 

३. इस जग की माया मिथ्या है 
   सब भक्तों की एक समस्या है 
   गुरु बचन ही हमको-संभाले  
   इस भंवर से तो बाहर निकालें  
   हे गुरुवर-----------,इस भंवर------------

४. है सारी उमर का निचोड़ बढ़ापा 
   सब कर्मों का फल है दाता 
   ये है जी का जंजाल-संभालो 
   इस भंवर से तो बाहर निकालो 
  हे गुरुवर-----------,इस भंवर------------

                                                                                    शरणागत 
                                                                                नीलम सक्सेना


गुरुवार, 16 मार्च 2017

फूलों से सजइयो ऐ मालिन मइया को (मालिन)



      भजन(मालिन)

फूलों से सजइयो ऐ मालिन  मइया को  
अरे सब अंग सजइयो ऐ मालिन  मइया को 

१. चमेली  के फूलों से गज़रा बनइयो 
    बालों में लगइयो ऐ मालिन मइया के    
   फूलों से सजइयो-------------------------

 २. गुलाब के फूलों से टीका बनइयो 
     मांग सजइयो ऐ मालिन मइया की   
    फूलों से सजइयो-------------------------

३. गुड़हल के फूलों से झाले बनइयो 
   कानों में पहनाइयो ऐ मालिन मइया के   
   फूलों से सजइयो-------------------------

४. कमल के फूलों से हरवा बनइयो 
    गले पहनाइयो ऐ मालिन मइया के   
    फूलों से सजइयो-------------------------

५. बेला के फूलों से कंगना बनइयो 
    हाथों में पहनाइयो ऐ मालिन मइया के  
    फूलों से सजइयो-------------------------

६. सतरंग फूलों से तगड़ी बनइयो 
    कमर पहनाइयो ऐ मालिन मइया के 
    फूलों से सजइयो-------------------------


७. गेंदा के फूलों से पायल बनइयो 
    पॉव में पहनाइयो ऐ मालिन मइया के   
    फूलों से सजइयो-------------------------

८. टेसू के फूलों से बिछुए बनइयो 
    पॉव में पहनाइयो ऐ मालिन मइया के    
    फूलों से सजइयो-------------------------

  
                                                                                शरणागत
                                                                           नीलम सक्सेना

बुधवार, 15 मार्च 2017

भोला मस्ती में रहता है



                   भजन 

भोला मस्ती में रहता है,भर-भर लोटा पीता है 
कैलाश धाम में रहता है, डम-डम-डम डमरू बजता  है 

१. भांग धतूरा खाता है, बेल का शरवत पीता है 
    दूध की लस्सी पीता है, भोला मस्ती में रहता है
    भर-भर लोटा पीता है।  
     
२. शीश जटाएँ रखता है, गंगाजी धारण करता है 
    चंदा शीश चमकता है, भोला मस्ती में रहता है
    भर-भर लोटा पीता है।  

३. कान में बिच्छू पहनता है, गले में सर्प पहनता है 
    हाथ में  डमरू बजता है, भोला मस्ती में रहता है
    भर-भर लोटा पीता है।  

४. मृगछाला अंग पहनता है,कांधे पे झोला रखता है 
    पैर खड़ाऊँ पहनता है, भोला मस्ती में रहता है
    भर-भर लोटा पीता है।  

५. संग में गौरा रखता है, गोद में गणपति रखता है
    साथ में नंदी चलता है, भोला मस्ती में रहता है
    भर-भर लोटा पीता है।   


                                                                                                      शरणागत
                                                                                                   नीलम सक्सेना

तेरा भला करें भगवान ,भजले राम राम राम


                  भजन 



तेरा भला करें भगवान ,भजले राम राम राम-२ 
तेरा हो जाये कल्याण ,भजले राम राम राम-२ 

१. राम लखन सिया बोलन लागे, केवट पार कराओ 
   जो संसार को पार लगाता, कैसे पार कराऊँ 
   फिर भी पार किया श्री राम, भजले राम राम राम 
   तेरा हो जाये---------------, तेरा भला करें-----------

२. राम लखन कुटिया में पहुँचे, शबरी सोचन लागी 
    जो संसार को है खिलाता, उसे मैं क्या खिलाऊँ 
   फिर भी बेर खिलाये श्री राम, भजले राम राम राम 
   तेरा हो जाये---------------, तेरा भला करें-------------

३. नरसी मन में सोचन लागे, कौन भरेगा भात 
   मेरे पास तो कुछ भी नहीं है, क्या करूँ भगवान
   कैसा भात भरा भगवान, देखे है सारा संसार 
   तेरा हो जाये---------------, तेरा भला करें-------------

४. मीरा मन ही मन में सोचे, कैसे मिले भगवान
   ऐसा क्या करूं मैं जिससे, मुझे मिले भगवान 
   विष का प्याला पी गयी है, भजले राम राम राम 
   तेरा हो जाये---------------, तेरा भला करें-------------


                                                                                    शरणागत 
                                                                                नीलम सक्सेना

शुक्रवार, 10 मार्च 2017

देखो भक्तों की आयी टोली, आयी होली

                होली 














देखो भक्तों की आयी टोली,आयी होली 
देखो सखियों की आयी टोली,आयी होली

१. उड़त गुलाल लाल भये बादल 
   सतरंगों से छा गया अम्बर 
   देखो पवन चले पुरवाई ,आयी होली-२ 
   देखो भक्तों की -----------------------

२. ढोल बाजे मंजीरा बाजे 
    चिमटा बाज खड़तालें बाजे 
    देखो कैसी मची हुड़दंग ,आयी होली-२ 
    देखो भक्तों की -----------------------

३. अपनी धुन में सब कोई नाचे 
    प्याला पीकर झूम के नाचे 
    देखो कैसी हो रही मस्ती,आयी होली-२ 
    देखो भक्तों की -----------------------

४. घोल घोल के रंग बनवाया 
    इक दूजे  खूब लगाया 
    देखो कैसा अदभुत मिलन,आयी होली-२ 
   देखो भक्तों की -----------------------


                                                                                     शरणागत
                                                                                 नीलम सक्सेना

रंग बरसे भीगे राधा रानी

             होली        


    रंग बरसे भीगे राधा रानी ,रंग बरसे 
   रंग बरसे भीगे राधा रानी ,रंग बरसे 
   होली आयी रे आयी रे होली आयी रे 
    रंग बरसे ---------------------------

१. टेसू के फूलों रंग बनवाया-२ 
    राधा ने-२ कान्हा को रंग डाला ,रंग बरसे 
   रंग बरसे भीगे राधा रानी ,रंग बरसे
   होली आयी रे आयी रे होली आयी रे 

 २, माँ यशोदा ने रंग घुलवाया-२  
     नन्द बाबा को-२ देखो रंग डाला  ,रंग बरसे 
     रंग बरसे भीगे राधा रानी ,रंग बरसे 
     होली आयी रे आयी रे होली आयी रे 

३.  अबीर गुलाल के कलश मंगाए-२ 
     गोपी ग्वालों ने-२ सबको रंग डाला  ,रंग बरसे 
     रंग बरसे भीगे राधा रानी ,रंग बरसे 
     होली आयी रे आयी रे होली आयी रे 

४. कोरे कोरे माटों में रंग घुलवाया-२  
    सारे बृज को-२ देखो रंग डाला  ,रंग बरसे 
    रंग बरसे भीगे राधा रानी ,रंग बरसे 
    होली आयी रे आयी रे होली आयी रे 


                                                                    शरणागत
                                                                नीलम सक्सेना

गुरुवार, 9 मार्च 2017

श्याम तेरी मुरली तो कर गयी दीवाना





             भजन 



श्याम तेरी मुरली तो कर गयी दीवाना 
कर गयी दीवाना, कर गयी बेगाना 
श्याम तेरी मुरली---------------------

१. मुरली की धुन पे हुईं गोपियाँ दिवानी-२  
    सुध बुध बिसराये गयीं हो गयीं बेगानी 
   श्याम तेरी मुरली---------------------

२. मुरली की धुन सुन दौड़े आये ग्वाले-२ 
    झूमे नाचें गायें हुए मतवाले 
 श्याम तेरी मुरली---------------------

३. मुरली की धुन सुन मुग्ध हुई गउएँ-२ 
    इक टक निहार रहीं कान्हा की सुरतिया
   श्याम तेरी मुरली---------------------

४. मुरली की धुन सुन दौड़े बृजबासी-२  
    सारा बृजमंडल तो हुआ मस्ताना 
 श्याम तेरी मुरली---------------------


                                                                          शरणागत
                                                                      नीलम सक्सेना

बुधवार, 8 मार्च 2017

मथुरा में उड़े रे गुलाल


                    होली 

मथुरा में उड़े रे गुलाल,कहियो मेरे कान्हा से 
बरसाने में उड़े रे गुलाल,कहियो मेरे कान्हा से
कहियो मेरे कान्हा से,कहियो मेरे कान्हा से
मथुरा में उड़े रे ------------------------------

१. होलिका मार प्रह्लाद बचायो-२ ,    
    इसी ख़ुशी में त्योहार ,कहियो मेरे कान्हा से 
    कहियो मेरे कान्हा से ,कहियो मेरे कान्हा से 
    मथुरा में उड़े रे ------------------------------

२. आप भी अइयो संग भोले जी को लइयो-२ ,
    भांग रखी है तैयार,कहियो मेरे कान्हा से
    कहियो मेरे कान्हा से ,कहियो मेरे कान्हा से 
    मथुरा में उड़े रे ------------------------------

३. आप भी अइयो संग राधा जी को लईयो, 
   आप भी अइयो संग गोपियों को लईयो,
    मैं भी करूंगी इंतज़ार ,कहियो मेरे कान्हा से
    कहियो मेरे कान्हा से ,कहियो मेरे कान्हा से
    मथुरा में उड़े रे ------------------------------

४. आप भी अइयो संग देवताओं को लईयो, 
   आप भी अइयो संग देवियों को लईयो,
    हम सब करेंगे सत्कार ,कहियो मेरे कान्हा से
    कहियो मेरे कान्हा से ,कहियो मेरे कान्हा से
    मथुरा में उड़े रे ------------------------------



                                                                    शरणागत 
                                                                 नीलम सक्सेना                       

होली के रंग हज़ार, होली आयी रे



                 होली 




होली के रंग हज़ार, होली आयी रे 
रंग जाओ सब इक रंग, होली आयी रे 
आयी रे होली आयी रे-२ ,रंग जाओ-----------------

१. कान्हा संग में ग्वाले खेलें 
   राधा संग में गोपियाँ खेलें 
   हो गया गोकुल इक रंग, होली आयी रे 
   आयी रे होली आयी रे-२ ,रंग जाओ ---------------

२. कोरे कोरे माट मँगाओ 
   लाल गुलाबी रंग भरवाओ 
   हो जाओ इक रंग, होली आयी रे 
   आयी रे होली आयी रे-२ ,रंग जाओ ---------------

३. भक्तों की देखो आयी टोली 
   भर पिचकारी सबको मारी 
   दुनिया हो गयी एक रंग, होली आयी रे 
    आयी रे होली आयी रे-२ ,रंग जाओ ---------------

४. पकवान व्यंजन सबको खिलाओ 
   इक दूजे को गले लगाओ 
   हो जाओ मस्त मलंग, होली आयी रे 
   आयी रे होली आयी रे-२ ,रंग जाओ ---------------

                                                                   शरणागत 
                                                                नीलम सक्सेना

मंगलवार, 7 मार्च 2017

अमरनाथ की यात्रा

                   भजन

















अमरनाथ की यात्रा करलो ,मौका मिले न बारम्बार 
भोलेनाथ का दर्शन करलो , नरतन मिले न बारम्बार 
अमरनाथ की यात्रा करलो, मौका-----------------

१. अमरनाथ की यात्रा कठिन है, भोले पार लगाते हैं 
    शिवलिंग के दर्शन करने को, लोग हज़ारों आते हैं 
    शिव गौरा का दर्शन करलो,नरतन मिले न बारम्बार 
    अमरनाथ की यात्रा करलो,  मौका-----------------

२. जगह जगह मेले लगते हैं, और भण्डारे होते हैं 
    आते जाते खा पीकर के, जय-जयकार लगाते हैं 
    गणपति जी के दर्शन करलो, नरतन मिले न बारम्बार 
    अमरनाथ की यात्रा करलो, मौका-----------------

३. गुफा के अंदर देखो नज़ारे, शिव भोले की महिमा के 
    रोते रोते आते भक्ता, हँसते हँसते जाते हैं 
    नंदी जी का दर्शन करलो, नरतन मिले न बारम्बार 
    अमरनाथ की यात्रा करलो, मौका-----------------

                                                                                    शरणागत 
                                                                                 नीलम सक्सेना

सोमवार, 6 मार्च 2017

तेरे बिगड़े बनेंगे सब काम


                          भजन 



  तेरे बिगड़े  बनेंगे सब काम, भजले राम राम राम 
  तेरी सुध लेंगे घनश्याम, भजले श्याम श्याम श्याम 
  तेरे बिगड़े ----------------------

१. मेरी नइया भंवर विच डोले, इसको कौन संभाले 
    तू करदे प्रभु के हवाले,  वो आप ही आप सँवारे 
    बेड़ा पार करेंगे भगवान, भजले राम राम राम 
    तेरी सुध लेंगे घनश्याम, भजले ------------------

२. ये मन है बड़ा ही चंचल,तू करदे प्रभु के अर्पण 
    ये मन है रेस का घोड़ा, जो पल पल में है दौड़ा 
    तू कसले इसकी लगाम, भजले राम राम राम 
    तेरी सुध लेंगे घनश्याम, भजले ------------------

३. तेरी रहमत के अजब नज़ारे,भक्तों को लगते प्यारे 
    भक्त तेरे दर आवें , अपना सोया भाग्य जगावें 
    कृपा करेंगे  भगवान, भजले राम राम राम 
    तेरी सुध लेंगे घनश्याम, भजले ------------------

 
                                                                       शरणागत 
                                                                   नीलम सक्सेना

रविवार, 5 मार्च 2017

परमात्मा से आत्मा का मिलन हो कैसे

                    भजन 



     परमात्मा से आत्मा का मिलन हो कैसे,मिलन हो कैसे 
    ये क्यों नहीं जाना , ये क्यों नहीं जाना,
    ये क्यों नहीं जाना ,ये क्यों नहीं जाना

१. अहंकार की मार ने है सब कुछ तुझे भुलाया,सब कुछ तुझे भुलाया 
    कौन है बन्दे, कहाँ से आया, कहाँ को जाना,कहाँ को जाना
    ये क्यों नहीं जाना , ये क्यों नहीं जाना
    ये क्यों----------------परमात्मा से --------------------

२. मन वाणी पे रक्खो संयम तभी मिले किनारा,तभी मिले किनारा
   गुरु शरण में आजा बन्दे,तभी मिले सहारा,तभी मिले सहारा
   ये क्यों नहीं जाना , ये क्यों नहीं जाना
   ये क्यों----------------परमात्मा से --------------------

३. मन मंदिर में लगे किवाड़ बंद पड़े हैं,बंद पड़े हैं  
   राम नाम से खुले किवाड़, रे मूरख बन्दे,रे मूरख बन्दे
   ये क्यों नहीं जाना , ये क्यों नहीं जाना
   ये क्यों----------------परमात्मा से --------------------

४. काम,क्रोध,मद,लोभ छोड़कर,राम का सुमिरन करले,राम का सुमिरन करले
    राम नाम का मीठा लड्डू, खाकर पार उतर ले,खाकर पार उतर ले
   ये क्यों नहीं जाना , ये क्यों नहीं जाना
   ये क्यों----------------परमात्मा से --------------------


                                                                               शरणागत
                                                                            नीलम सक्सेना

गुरुवार, 2 मार्च 2017

मेरी मटकी फोड़ गयो कन्हैया छोटो सो


                       भजन 


     मेरी मटकी फोड़ गयो कन्हैया छोटो सो

१. जब आवे है फागुन महीना, होली खेलन आवे कान्हा 

    बाँहों में झूल गयो, कन्हैया छोटो सो
    मेरी मटकी फोड़ गयो----------------------

२. जब मेरे कान्हा बंशी बजावे,  अपनी धुन पे सबको नचावे 

    मोसे बोले मीठे बोल, कन्हैया छोटो सो
    मेरी मटकी फोड़ गयो----------------------

३. जब आवे कान्हा माखन खाने ,संग में लावे ग्वाले वाले
    मेरी बइयाँ दई मरोड़, कन्हैया छोटो सो
    मेरी मटकी फोड़ गयो----------------------

४. जा दिन से मैंने देखे कान्हा, छोड़ दियो है मैंने वरसाना 
    मिलन भयो अनमोल, कन्हैया छोटो सो
    मेरी मटकी फोड़ गयो----------------------

५. जाके देखो होठ रसीले, ऐसे जैसे श्याम रंगीले  
    रसिया रस घोल गयो, कन्हैया छोटो सो
    मेरी मटकी फोड़ गयो----------------------


                                                                               शरणागत 
                                                                            नीलम सक्सेना