भजन
जगतारिणी कहलाती हूँ ,भवतारिणी कहलाती हूँ
सारे जहाँ की मैं हूँ मालिक , कर्ता भर्ता हर्ता हूँ
किधर से आयी हो मेरी मइया ,इतना तो बतला दो माँ
१. कलकत्ते से आयी हूँ ,काली माँ कहलाती हूँ
दुष्टो को मैं मार गिराऊँ ,संकट पल में दूर भगाऊँ
जगतारिणी --------------------------------------
२. हरिद्धार से आयी हूँ ,चण्डी माँ कहलाती हूँ ,मनसा माँ कहलाती हूँ
खाली झोली पल में भरती ,मन की मुरादें पूरी करती
जगतारिणी --------------------------------------
३. कांगड़ा से मैं आयी हूँ ,ज्वाला माँ कहलाती हूँ ,चिंतपूर्णी कहलाती हूँ
सारी चिंता दूर भगाऊँ ,नैया तेरी पार लगाऊं
जगतारिणी --------------------------------------
४. जम्मू से मैं आयी हूँ ,वैष्णो माँ कहलाती हूँ ,आदिकुमारी कहलाती हूँ
बेटियों को घर वर देती ,अटल सुहागन जोड़ी करती
जगतारिणी --------------------------------------
५. पूर्णागिरि से आयी हूँ ,सिंघवाहिनि कहलाती हूँ
भक्तों को दर्शन देती हूँ ,सोया भाग्य जगाती हूँ
जगतारिणी --------------------------------------
बेटियों को घर वर देती ,अटल सुहागन जोड़ी करती
जगतारिणी --------------------------------------
५. पूर्णागिरि से आयी हूँ ,सिंघवाहिनि कहलाती हूँ
भक्तों को दर्शन देती हूँ ,सोया भाग्य जगाती हूँ
जगतारिणी --------------------------------------
नीलम सक्सेना
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