रविवार, 5 मार्च 2017

परमात्मा से आत्मा का मिलन हो कैसे

                    भजन 



     परमात्मा से आत्मा का मिलन हो कैसे,मिलन हो कैसे 
    ये क्यों नहीं जाना , ये क्यों नहीं जाना,
    ये क्यों नहीं जाना ,ये क्यों नहीं जाना

१. अहंकार की मार ने है सब कुछ तुझे भुलाया,सब कुछ तुझे भुलाया 
    कौन है बन्दे, कहाँ से आया, कहाँ को जाना,कहाँ को जाना
    ये क्यों नहीं जाना , ये क्यों नहीं जाना
    ये क्यों----------------परमात्मा से --------------------

२. मन वाणी पे रक्खो संयम तभी मिले किनारा,तभी मिले किनारा
   गुरु शरण में आजा बन्दे,तभी मिले सहारा,तभी मिले सहारा
   ये क्यों नहीं जाना , ये क्यों नहीं जाना
   ये क्यों----------------परमात्मा से --------------------

३. मन मंदिर में लगे किवाड़ बंद पड़े हैं,बंद पड़े हैं  
   राम नाम से खुले किवाड़, रे मूरख बन्दे,रे मूरख बन्दे
   ये क्यों नहीं जाना , ये क्यों नहीं जाना
   ये क्यों----------------परमात्मा से --------------------

४. काम,क्रोध,मद,लोभ छोड़कर,राम का सुमिरन करले,राम का सुमिरन करले
    राम नाम का मीठा लड्डू, खाकर पार उतर ले,खाकर पार उतर ले
   ये क्यों नहीं जाना , ये क्यों नहीं जाना
   ये क्यों----------------परमात्मा से --------------------


                                                                               शरणागत
                                                                            नीलम सक्सेना

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