गुरुवार, 14 सितंबर 2017

मंगलवार, 12 सितंबर 2017

bhajan-ओ गौरा के लाला


                       भजन 


ओ गौरा के लाला ,तुम हो दीन दयाला
ओ मेरे गणपति लाला ,ओ मेरे गणपति लाला
ओ मेरे गणपति लाला ,ओ मेरे गणपति लाला

मूषक सवारी आते हो , ऋद्धि-सिद्धि लाते हो
बिघ्नों को दूर भगाकर के ,बिगड़े काम बनाते हो
ओ मेरे गणपति लाला ,ओ मेरे गणपति लाला
ओ गौरा -----------------------

जब जब गणपति आते हो ,भक्तों पे हर्षाते हो
भक्तों के दिल में रहते हो ,सद्बुद्धि को देते हो
ओ मेरे गणपति लाला ,ओ मेरे गणपति लाला
ओ गौरा -----------------------

लड्डू का भोग लगाते हो ,मोदक भी खाते हो
सुख समृद्धि लाते हो ,भव से पार लगाते हो
ओ मेरे गणपति लाला ,ओ मेरे गणपति लाला
ओ गौरा  -----------------------

जब गणपति जी जाते हैं ,भक्ता टेर लगाते हैं  
अगले बरस जल्दी आना ,गणपति  बप्पा मोरया 
ओ मेरे गणपति लाला ,ओ मेरे गणपति लाला
ओ गौरा  -----------------------



                                                                 शरणागत
                                                             नीलम सक्सेना

रविवार, 27 अगस्त 2017

जय साईं राम बाबा जय साईं राम

                भजन 

बोलो जय साईं राम  बाबा ,जय साईं राम
बोलो जय साईं राम  बाबा ,जय साईं राम

साईं राम के अजब नज़ारे ,शिरडी में लगते भण्डारे
खाने आते लोग हज़ारों ,बाबा के होते जय जयकारे
कमी नहीं खजाने में ,
जय साई राम बाबा जय साई राम
बोलो-------------------------

बाबा के दर जो आते हैं ,दुःख दर्द मिटाए जाते हैं
रोते रोते आते भक्ता ,हँसते हँसते जाते हैं
कृपा बरसे भक्तों पर ,
जय साईं राम बाबा ,जय साईं राम
बोलो------------------------------

पानी से दिए जलाते थे ,रोजाना दिवाली मनाते थे
सबका मालिक एक है ,सबको यही बताते थे
ज्ञान की गंगा बहाते थे
जय साईं राम बाबा ,जय साईं राम
बोलो----------------------------

                                                            शरणागत
                                                         नीलम सक्सेना

शुक्रवार, 25 अगस्त 2017

तेरी दुनिया में आके तुझे भूल न जाऊँ ,तुझे भूल न जाऊँ

                         भजन 



इस दुनिया के रंग में रंग न जाऊं ,रंग न जाऊँ
तेरी दुनिया में आके तुझे भूल न जाऊँ ,तुझे भूल न जाऊँ

मोह माया के जाल बुरे हैं ,मकड़ी जैसे जाल बने हैं
विषय वासना के चक्कर में फंस न जाऊँ ,फंस न जाऊँ
 तेरी दुनिया में आके तुझे भूल न जाऊँ,तुझे भूल न जाऊँ

सब कुछ उसका फिर भी कहता ,तेरा मेरा तेरा मेरा
तेरे मेरे के चक्कर में फंस न जाऊँ ,फंस न जाऊँ
तेरी दुनिया में आके तुझे भूल न जाऊँ ,तुझे भूल न जाऊँ

काल चक्र में फँसता बन्दा ,आता जाता रहता बन्दा
लख चौरासी की डगर में फंस न जाऊँ ,फंस न जाऊँ
तेरी दुनिया में आके तुझे भूल न जाऊँ ,तुझे भूल न जाऊँ


संत रूप में आये उतरके ,मानव को समझाने को
मोह माया के चक्कर में तुम फंस न जइयो ,फंस न जइयो
इस दुनिया के रंग में रंग न जइयो ,रंग न जइयो
इस दुनिया में आके प्रभु को भूल न जइयो


 शरणागत
 नीलम सक्सेना 

बलिहारी जाऊँ कान्हा ,तेरी बाँकी चितवन पे



                     भजन 


बलिहारी जाऊँ बलिहारी जाऊँ ,बलिहारी जाऊँ  बलिहारी जाऊँ
बलिहारी जाऊँ कान्हा ,तेरी बाँकी चितवन पे
बलिहारी जाऊँ ,बलिहारी जाऊँ
बलिहारी जाऊँ कान्हा ,तेरी बाँकी चितवन पे

१.ढूंढ रही रे गोपी ,कहाँ छुपा रे कान्हा
माँ यशोदा के पीछे जा छुपा रे कान्हा
दौड़ो भागो पकड़ो ,अरे मिल गया रे कान्हा
बलिहारी जाऊँ ,बलिहारी जाऊँ
बलिहारी जाऊँ कान्हा ,तेरी बाँकी चितवन पे

२. निधिवन में रास रचाया ,राधा संग में रास रचाया
महारास में गोपियाँ सारी ,कान्हा संग में रास रचाया
गोपी  बनके पहुँचे शंकर ,मुस्काएं हैं कान्हा
बलिहारी जाऊँ ,बलिहारी जाऊँ
बलिहारी जाऊँ कान्हा ,तेरी बाँकी चितवन पे

यमुना किनारे  चीर चुराया ,गोपियों को बड़ा सताया
गोपियाँ बोली हाथ जोड़के , चीर देदो कान्हा
कदम्ब की डाल पे बैठे बैठे ,देख रहे सब कान्हा
बलिहारी जाऊँ ,बलिहारी जाऊँ
बलिहारी जाऊँ कान्हा ,तेरी बाँकी चितवन पे



                                                                     शरणागत
                                                                  नीलम सक्सेना

शुक्रवार, 4 अगस्त 2017

कैसी सुन्दर रचना परमात्मा की








                  भजन 










कैसी सुन्दर रचना ,कैसी सुन्दर रचना ,कैसी सुन्दर रचना
परमात्मा की-s  ,परमात्मा की

हम सबको है उसने बनाया , उसने बनाया-s  उसने बनाया
धड़कन रूप में वही समाया-s , वही समाया
कैसी सुन्दर रचना ---------

जीव  जन्तु पशु पक्षी ,उसने बनाये-s  उसने बनाये
ऊंची उड़ान में वही समाया-s ,वही समाया
कैसी सुन्दर रचना ---------

धरती मैया अन्न उगाए ,पेड़ पौधे-s फल और फूल
रस सुगंध में वही समाया-s ,वही समाया
कैसी सुन्दर रचना ---------

धूप छॉव हवा अग्नि , उसने बनाये-s  उसने बनाये
जल धरा में वही समाया-s , वही समाया
कैसी सुन्दर रचना ---------

इक धागे में सबको पिरोया ,इक डोरी से बाँध के रखा
उसी की कृपा से चले संसार ,चले संसार-s  चले संसार
कैसी सुन्दर रचना ---------




                                                                                                   शरणागत
                                                                                              नीलम सक्सेना
                                                                                                    ( वीरा )





























सोमवार, 17 जुलाई 2017

भजन- चुटकी बजा बजा के नाच रहे हनुमान


                




             भजन 








चुटकी बजा बजा के  नाच रहे हनुमान 
छम छमाछम ,नाच रहे हनुमान 
चुटकी बजा ---------------------

ह्रदय में सिया राम बसाके ,मुख में सीता राम 
झूम झूम के ,नाच रहे हनुमान  
चुटकी बजा ---------------------

झाँकी देख सिया राम की ,मुस्काएं हनुमान 
सीता राम सीता राम ,गाये रहे हनुमान 
चुटकी बजा ---------------------

मन ही मन में सोच रहे ,कैसे सुन्दर हैं सिया राम 
अपने -s  चरणों में ,लेलो सिया  राम 
चुटकी बजा ---------------------

सिया राम मुक्ति के धाम ,हनुमान भक्ति के धाम 
हम सबको भी ,शरण में लेलो भगवान
चुटकी बजा ---------------------


                                                                                                      शरणागत 
                                                                                                  नीलम सक्सेना 

































 शरणागत नीलम सक्सेना

बुधवार, 19 अप्रैल 2017

जय जय साईं नाथ बाबा

         





              भजन 











जय जय साईं नाथ बाबा ,जय जय साईं नाथ 

जिस घर से तेरी निकले पालकी ,
जय जयकार होवे -२ 
सारी पीड़ा हरके उसको ,
मालामाल कर देवे -२ 
ऐसे साईं नाथ बाबा ,ऐसे साईं नाथ 
जय जय साईं नाथ बाबा----------------

स्वयं को कष्ट में रखके बाबा ,
भक्तों के दुःख हरते -२ 
सारे दुःख लेकर उसके ,
सारे सुख दे देते -२ 
ऐसे साईं नाथ बाबा ,ऐसे साईं नाथ 
जय जय साईं नाथ बाबा----------------


जब जब दुखियों ने है पुकारा ,
हँसके दर्शन देते -२
बच्चों पे कृपा बरसाके
खुद भी खुश हो जाते -२ 
ऐसे साईं नाथ बाबा ,ऐसे साईं नाथ 
जय जय साईं नाथ बाबा----------------  


                                                                 शरणागत 
                                                              नीलम सक्सेना

आनंद छबि घनश्यामा ,बोलो सिया रामा

              भजन  














आनंद छबि घनश्यामा ,बोलो सिया रामा
जिसको पूजे है संसार सारा ,बोलो सिया रामा

गणपति ऋद्धि की प्यारी जोड़ी
शिव गौरा को लगती प्यारी  
गणपति सिद्धि की प्यारी जोड़ी
शिव  गौरा को लगती प्यारी
सारी दुनिया है जिनकी दीवानी ,बोलो सिया रामा
आनंद छबि ------------------------

विष्णु लक्ष्मी की मन भावन जोड़ी
सब देवो को लगती प्यारी 
तीन  लोक है जिनका दीवाना ,बोलो सिया रामा
आनंद छबि ------------------------

ब्रह्मा ब्रह्माणी की प्यारी जोड़ी 
सब संतों को लगती प्यारी 
वेद है जिनका दीवाना ,बोलो सिया रामा
आनंद छबि ------------------------

शिव गौरा की सुन्दर जोड़ी 
सब भक्तों को लगती प्यारी 
नंदी है जिनका दीवाना ,बोलो सिया रामा
आनंद छबि ------------------------

सिया राम की लुभावनी जोड़ी 
हम सबको है लगती प्यारी 
हनुमत है जिनका दीवाना ,बोलो सिया रामा
आनंद छबि ------------------------

राधा कृष्ण  की मनमोहनी जोड़ी 
सारी दुनिया को लगती प्यारी 
बृजधाम है जिनका दीवाना ,बोलो सिया रामा
आनंद छबि ------------------------
  
                                                                                            शरणागत 
                                                                                        नीलम सक्सेना

माँ का भजन करूंगी

    


            भजन 














माँ को ऊँचे भवन बिठाके ,चरणों में माँ के बैठके
माँ का भजन करूंगी ,माँ का भजन करूंगी 

पावन होक ध्यान लगाके ,अज्ञान का पर्दा हटाके 
भजन करूंगी ,माँ का भजन करूंगी 
माँ को ऊँचे ------------------

लाल लाल माँ को चुनरी ओढ़ाके ,माथे केसर तिलक लगाके 
भजन करूंगी ,माँ का भजन करूंगी 
माँ को ऊँचे ------------------

सरस्वती माँ ज्ञान लुटाएं ,लक्ष्मी बनके धन बरसाएं 
भजन करूंगी ,माँ का भजन करूंगी 
माँ को ऊँचे ------------------

जन्म अगर है सफल बनांना ,बस मैया का होके दीवाना 
भजन करूंगी ,माँ का भजन करूंगी 
माँ को ऊँचे ------------------

झूठ कपट का का मैल मिटाकर ,ज्ञान की ज्योति जलाकर 
भजन करूंगी ,माँ का भजन करूंगी 
माँ को ऊँचे ------------------

हर दूरी मजबूरी मिटाके , उसका होके उसमे समाके 
भजन करूंगी ,माँ का भजन करूंगी 
माँ को ऊँचे ------------------


                                                                                    शरणागत 
                                                                                 नीलम सक्सेना

सोमवार, 17 अप्रैल 2017

गुरु ने जगाया तुझे फिर सो गया

               भजन 














गुरु ने जगाया तुझे ,फिर सो गया
उठ जा रे बन्दे खुद को ,कब तू संवारेगा

हम सब बन्दों की यही है कहानी
आये और चले गए ख़त्म कहानी
जाग जा रे बन्दे खुद को ,कब तू संवारेगा
गुरु ने -------------------,उठ जा-------------

 सत्संग ही रे बन्दे ,तुझको सँवारे
अनमोल जीवन अपना सफल बनाले
उठ जा रे बन्दे अपनी ,राह कब चुनेगा
गुरु ने -------------------,उठ जा-------------

कोई जाए हँसता हँसता ,कोई जाए रोता
कुछ कर्म ऐसा करले ,जाए तू हँसता हँसता
उठ जा मुसाफिर तेरा ,वक्त हो गया
गुरु ने -------------------,उठ जा-------------

हीरे और मोती तेरे ,काम नहीं आएंगे
पाप वाला बोझ तू क्यों ,व्यर्थ ढो रहा
उठ परदेसी तेरा ,ध्यान है कहाँ पे
गुरु ने -------------------,उठ जा-------------


                                                                     शरणागत
                                                                 नीलम सक्सेना

मंगलवार, 11 अप्रैल 2017

तेरे संग में रहूंगी ओ मेरी माँ




             भजन 


तेरे संग में रहूंगी ओ मेरी माँ
तेरे दर पे मिलूंगी ओ मेरी माँ
ओ मेरी माँ ,ओ मेरी माँ
तेरे संग--------------------------

तुम मैया बनो ,मैं बेटी बनूँ
मंदिर में मिलेंगे ,ओ मेरी माँ
ओ मेरी माँ ,ओ मेरी माँ
तेरे संग--------------------------

तुम दाती बनो ,मैं भिखारन बनूँ
तू ही झोली भरेगी ,ओ मेरी माँ
ओ मेरी माँ ,ओ मेरी माँ
तेरे संग--------------------------

तुम मालकिन  बनो ,मैं दासी बनूँ
तेरे चरणों में रहूंगी ,ओ मेरी माँ
ओ मेरी माँ ,ओ मेरी माँ
तेरे संग--------------------------

तुम ज्योति बनो ,मैं बाती बनूँ 
दीपक में जलूँगी ,ओ मेरी माँ
ओ मेरी माँ ,ओ मेरी माँ
तेरे संग--------------------------
 



                                                                     शरणागत 
                                                                  नीलम सक्सेना

जय भोले भण्डारी बाबा अदभुत तेरी माया



                भजन 





जय भोले भण्डारी बाबा ,जय भोले भण्डारी
अदभुत तेरी माया जान न कोई पाया
जय भोले भण्डारी ---------------------

तेरी शक्ति  के आगे ,कोई नहीं है टिकता
सबपे तेरी कृपा बरसे ,सन्ता हो या भक्ता
जय भोले भण्डारी ---------------------

 तेरी शक्ति  के आगे ,सारे देवता हारे
ब्रह्मा विष्णु महेश के ,होते हैं जयकारे
जय भोले भण्डारी ---------------------

शिव सेवा के सारे भक्ता ,हो गए हैं दीवाने
बेलपत्री और भंगिया चढ़ाके ,बोलते हैं जयकारे
जय भोले भण्डारी ---------------------

अपने भक्तों की टेर को सुनके ,करते नहीं हैं देरी
मनोकामना पूरी करते ,भक्तों पे बलिहारी
जय भोले भण्डारी ---------------------



                                                                           शरणागत 
                                                                       नीलम सक्सेना

सोमवार, 10 अप्रैल 2017

किये जा राम का सुमिरन




               भजन 



किये जा राम का सुमिरन ,जो होगा देखा जायेगा

ये संसार नश्वर है , कुछ देता नहीं सुझाई
पल -पल आयु घटती जाए ,क्या करू मेरे भाई
करले राम चरण से प्यार ,जो होगा देखा जायेगा
किये जा --------------------------------

क्या भरोसा श्वांस का ,कल आये या न आये
ज़िंदगी का क्या भरोसा ,न जाने क्या होये
जपले राम का तू नाम ,जो होगा देखा जायेगा
किये जा --------------------------------

क्या करता है मेरा मेरा ,कुछ नहीं है तेरा
सब यहीं रह जायेगा ,जाये तू अकेला
करले राम को तू याद ,जो होगा देखा जायेगा
किये जा --------------------------------

हम सब पत्ते एक डाल के ,जो हैं प्रभु ने बनाये
न जाने कब झड़ जाएं कोई नहीं है जाने
बसाले ह्रदय में श्री राम ,जो होगा देखा जायेगा
किये जा --------------------------------


















शरणागत नीलम सक्सेना

शनिवार, 8 अप्रैल 2017

भजन- ये दुनिया अज़ब तमाशा है ,सुनलो दुनियावालों





                         

                    भजन 







ये दुनिया अज़ब तमाशा है ,सुनलो दुनियावालों
सुनलो दुनियावालों ,अरे सुनलो दुनियावालों

१. संत मुनिजन ज्ञानी कहते ,ज्ञानी और वैरागी कहते
हम सब उसके खेल खिलौने ,सुनलो दुनियावालों
ये दुनिया ---------------------------------------

२. कर्म धर्म तुम करते रहना ,ये कर्तव्य तुम्हारा है
और प्रभु की भक्ति करना ,सुनलो दुनियावालों
ये दुनिया ---------------------------------------

३. काम क्रोध मद लोभ ये मत्सर ,तुम्हे सदा ही फंसाते हैं
विषय वासना में न फंसना ,सुनलो दुनियावालों
ये दुनिया ---------------------------------------

४. करनी भरनी यहीं है भैया ,ध्यान लगाकर सुनलो भैया 
इससे कोई नहीं है बचता ,सुनलो दुनियावालों
ये दुनिया ---------------------------------------

५. लख चौरासी से बचना है ,सत्संग में तुम जाना रे 
गुरु उपदेश को ध्यान में रखना ,सुनलो दुनियावालों
ये दुनिया ---------------------------------------

                                                                                                शरणागत 
                                                                                            नीलम सक्सेना


















भजन -हरि ॐ हरि ॐ हरि ॐ हरि ॐ




                 भजन 





हरि ॐ हरि ॐ हरि ॐ हरि ॐ
ॐ नाम तो बड़ा ही पावन -२
जिसने जपा उसने जाना रे
हरि ॐ हरि ॐ हरि ॐ हरि ॐ

१. ॐ नाम को शिव ने जपा है
उनकी महिमा न्यारी है
ॐ नाम को जिसने जपा है
उसकी किस्मत न्यारी रे
हरि ॐ हरि ॐ हरि ॐ हरि ॐ

२. ॐ नाम में बड़ी ही शक्ति
जपने से मिलती है भक्ति
ॐ नाम का जो सुमिरन करता
मिलती उसको मुक्ति रे
हरि ॐ हरि ॐ हरि ॐ हरि ॐ

३. ॐ नाम है बड़ा ही निर्मल
बड़ा ही निर्मल बड़ा ही उज्जवल
ॐ नाम की महिमा न्यारी
उसका भेद न पाया रे
हरि ॐ हरि ॐ हरि ॐ हरि ॐ

४. ॐ नाम तो अपनी अपनी पूँजी
बाकी यहीं रह जाना रे
ॐ नाम को तू अपना ले
हो जाये बेडा पार रे
हरि ॐ हरि ॐ हरि ॐ हरि ॐ

५. बात मानले गुरु की बन्दे
सत्संग में तुम मन को लगाना
और हरि कीर्तन में जाना
ये नीलम की अर्जी रे
हरि ॐ हरि ॐ हरि ॐ हरि ॐ




                                                                                     शरणागत 
                                                                                 नीलम सक्सेना

गुरुवार, 6 अप्रैल 2017

पीले राम नाम का प्याला









                    भजन 












पीले राम नाम का प्याला , और बन जा किस्मत वाला
बन जा किस्मत वाला ,अरे बन जा किस्मत वाला
पीले राम नाम का प्याला , और बन जा किस्मत वाला

१. गुरु बताएं पीले बन्दे ,राम रस प्याला -२
राम रस पीकर बन्दे ,खुल जाये किस्मत का ताला
पीले राम नाम का प्याला , और बन जा किस्मत वाला 

२. गुरुदेव की बात मानले ,वही तुझे सँवारे-२
जिस जिस ने ये प्याला पिया ,हो गया बोलबाला
पीले राम नाम का प्याला , और बन जा किस्मत वाला 

३. राम नाम का प्याला पीकर ,तर गए सारे पापी -२
उसने अपना भाग्य जगाया ,जिसने राम नाम है बोला  

पीले राम नाम का प्याला , और बन जा किस्मत वाला 

४. गुरु शरण में जो भी आता ,राम नाम है पाता -२
गुरु नाम की महिमा देखो ,हुआ कुल का नाम उजाला
पीले राम नाम का प्याला , और बन जा किस्मत वाला 

५. जिस घर में हो राम का  नाम ,वह है स्वर्ग समान -२
राम नाम का सुमिरन कर ले ,करले घर में उजाला
पीले राम नाम का प्याला , और बन जा किस्मत वाला 



                                                                                                  शरणागत  
                                                                                             नीलम सक्सेना




रविवार, 2 अप्रैल 2017

इक तेरा सहारा है कोई न हमारा है









                    भजन 








इक तेरा सहारा है कोई न हमारा है
इस जग के रखवारे ,बस तू ही हमारा है

१. मेरी नइया पड़ी किनारे है  ,इस नइया का कोई न खेवैया
मेरी नइया के खेवनहारे ,बस तू ही हमारा है
इक तेरा सहारा--------------------------

२. इस चमन के मालिक आप प्रभु ,इस चमन के ही तो फूल हैं हम
 इस चमन के पालनहारे ,बस तू ही हमारा है
इक तेरा सहारा--------------------------

३. मेरे जर्जर हैं पॉव संभालो प्रभु ,अपने चरणों की दासी बनालो प्रभु
ये जीवन है तेरे हवाले ,बस तू ही हमारा है
इक तेरा सहारा--------------------------

४. जब देह छोड़ मैं जाऊँ प्रभु ,तब तेरे ही दर्शन पाऊँ प्रभु
ये अर्जी है तेरे हवाले ,बस तू ही हमारा है
अर्जी नीलम की तेरे हवाले ,बस तू ही हमारा है
इक तेरा सहारा--------------------------


                                                                                         शरणागत
                                                                                    नीलम सक्सेना

शुक्रवार, 31 मार्च 2017

करो मइया को याद मइया आएगी








           भजन 






करो मइया को याद मइया आएगी  
करो मइया से प्यार मइया आएगी 
आएगी माँ आएगी ,आएगी माँ आएगी 
करो मइया --------------------------

१. जब जब मैया आती है ,काली घटा छाती है 
रिमझिम पड़े फुहार मैया आएगी 
आएगी माँ आएगी ,आएगी माँ आएगी 
करो मइया --------------------------

२. मैया जग की दाती है ,मैया सबको भाती है 
दर्शन दे इक बार मैया आएगी 
आएगी माँ आएगी ,आएगी माँ आएगी 
करो मइया --------------------------

३. शेर सवारी आती है ,लांगुर संग में लाती है 
हो रही जय जयकार ,मैया आएगी  
आएगी माँ आएगी ,आएगी माँ आएगी 
करो मइया --------------------------

४. नवदुर्गा रूप में आती है ,सबको संग में लाती है
करलो सब सत्कार मैया आएगी 
आएगी माँ आएगी ,आएगी माँ आएगी 
करो मइया --------------------------

५. मैया जब हर्षाती है  ,भर भर झोली  देती है 
भक्तों पे होये निहाल मैया आएगी 
आएगी माँ आएगी ,आएगी माँ आएगी 
करो मइया --------------------------

६. देखो आ गयी मैया ,देखो आ गयी मैया 
किस किस ने बुलाया ,अरे हमने बुलाया ,सबने बुलाया 
हो देखो आ गयी मैया ,देखो आ गयी मैया   

७. स्वागत करलो जय  माता की ,मात मनालो जय माता की 
शीश झुकालो जय माता की ,चरणों में पडजा जय माता की
 हो देखो आ गयी मैया ,देखो आ गयी मैया 

८. मैया संकट हरती है ,मैया दुखड़े हरती है
मैया पाप मिटाती है ,भव से पार लगाती है 
हो देखो आ गयी मैया ,देखो आ गयी मैया 

९. दुष्टों को मार गिराती है,हुंकारे मैया भरती है 
पल में कष्ट मिटाती है ,खाली झोली भरती है 
हो देखो आ गयी मैया ,देखो आ गयी मैया    


                                                                                     शरणागत 
                                                                                 नीलम सक्सेना

बुधवार, 29 मार्च 2017

जगतारिणी कहलाती हूँ ,भवतारिणी कहलाती हूँ

                    





               भजन








जगतारिणी कहलाती हूँ ,भवतारिणी कहलाती हूँ 
सारे जहाँ की मैं हूँ मालिक , कर्ता भर्ता हर्ता हूँ 

किधर से आयी हो मेरी मइया ,इतना तो बतला दो माँ 

१. कलकत्ते से आयी हूँ  ,काली माँ कहलाती हूँ 
दुष्टो को मैं मार गिराऊँ ,संकट पल में दूर भगाऊँ 
जगतारिणी --------------------------------------

२. हरिद्धार से आयी हूँ ,चण्डी  माँ कहलाती हूँ ,मनसा माँ कहलाती हूँ
खाली झोली पल में भरती ,मन की मुरादें पूरी करती 
जगतारिणी -------------------------------------- 

३. कांगड़ा से मैं आयी हूँ ,ज्वाला माँ कहलाती हूँ ,चिंतपूर्णी कहलाती हूँ 
सारी चिंता दूर भगाऊँ ,नैया तेरी पार लगाऊं
जगतारिणी -------------------------------------- 

४. जम्मू से मैं आयी हूँ ,वैष्णो माँ  कहलाती हूँ ,आदिकुमारी कहलाती हूँ 
बेटियों को घर वर देती ,अटल सुहागन जोड़ी करती 
जगतारिणी -------------------------------------- 

५. पूर्णागिरि से आयी हूँ ,सिंघवाहिनि कहलाती हूँ 

भक्तों को दर्शन देती हूँ ,सोया भाग्य जगाती हूँ 
जगतारिणी -------------------------------------- 


                                                                                                   शरणागत
                                                                                               नीलम सक्सेना

सोमवार, 27 मार्च 2017

चलो लांगुरिया मंदिर में (maa ka laangur)



                     भजन 









हनुमत बोले लांगुर से ,चलो लांगुरिया मंदिर में 
मैया आयी मंदिर में ,दर्शन करलें मंदिर में 

१. मंदिर में माँ के अजब नज़ारे , भक्तों को लगते हैं प्यारे 
बरस रही है रहमत आज ,जाग रहे हैं सोये भाग्य 
चलो लांगुरिया मंदिर में ,दर्शन करलें मंदिर में 


२. मंदिर में माँ के कीर्तन होगा ,वहीँ सुनेंगे माँ की भेटें 
वहीँ लगेंगे जय जयकारे ,वहीँ पे मारे ठुमके आज 
चलो लांगुरिया मंदिर में ,दर्शन करलें मंदिर में 


३. मंदिर में माँ को भोग लगेगा ,हलवा पूरी खूब मिलेगा 
 फल और मेवा खूब मिलेगा ,वहीँ भरेंगे अपना पेट 
चलो लांगुरिया मंदिर में ,दर्शन करलें मंदिर में




                                                                                             शरणागत 
                                                                                          नीलम सक्सेना

जय माँ जय माँ जय माँ भवानी

              

             भजन 














जय माँ जय माँ जय माँ भवानी ,काली तुम कहलाती हो 
काली तुम कहलाती हो ,महाकाली कहलाती हो 

१. जब हरि ने तुम्हे पुकारा ,योगनिद्रा बन आती हो 
जाँघ पे रख मधुकैटभ को मारा ,योगमाया कहलाती हो 
जय माँ जय माँ जय माँ भवानी--------------------------- 

२. माँ अम्बे ने तुम्हे पुकारा ,जगदम्बे रूप में आती हो 
महिषासुर को मार गिराकर ,महिषामर्दिनी कहलाती हो 
 जय माँ जय माँ जय माँ भवानी--------------------------- 

३. माँ दुर्गे ने तुम्हे पुकारा ,चण्डी रूप में आती हो 
चण्ड -मुण्ड को मार गिराकर ,चामुण्डा कहलाती हो 
जय माँ जय माँ जय माँ भवानी--------------------------- 

४. माँ चण्डिका ने तुम्हे पुकारा ,कालिका रूप में आती हो 
 रक्तबीज को मार गिराकर ,महाकाली कहलाती हो 
जय माँ जय माँ जय माँ भवानी--------------------------- 

५. माँ चण्डी ने तुम्हे पुकारा ,शिवदूती बन आती हो 
शुम्भ-निशुम्भ  को मार गिराकर ,अम्बे माँ कहलाती हो 
जय माँ जय माँ जय माँ भवानी--------------------------- 



                                                                                     शरणागत 
                                                                                 नीलम सक्सेना

शनिवार, 25 मार्च 2017

किसी का रहा नहीं अभिमान










               भजन

















आसमान में उड़ने वाले ,धरती  को पहचान
किसी का रहा नहीं अहंकार ,किसी का रहा नहीं अभिमान

१. राम ने रावण मारा ,जिसको था अभिमान
   लंका जलकर ख़ाक हुई ,रहा न नामो निशान
   कान लगाकर सुनले बन्दे ,मत कर रे अभिमान
   किसी का रहा नहीं अहंकार ,किसी का रहा नहीं अभिमान 
    आसमान में उड़ने -----------------------------------

२. मानव है अहंकार का पुतला ,गुरूजी मार्ग दिखाते
    शनिदेव हैं कर्म फल दाता ,उसकी लाइन लगाते
    ध्यान लगाकर सुनले बन्दे ,मत कर रे अभिमान
   किसी का रहा नहीं अहंकार ,किसी का रहा नहीं अभिमान 
   आसमान में उड़ने -----------------------------------

३. अहंकार है जहर समान ,जिसको सर्प उगलता है
    राम नाम ही उसे बचाता ,जो भी शरण आता है
   गुरुदेव की बात मानले ,मत कर रे अभिमान
  किसी का रहा नहीं अहंकार ,किसी का रहा नहीं अभिमान 
  आसमान में उड़ने -----------------------------------



                                                                         शरणागत
                                                                     नीलम सक्सेना

मंदिर में हो रही जय जयकार कि मइया मेरी आयी हैं





             भजन 








मंदिर में हो रही जय जयकार ,
कि मइया मेरी आयी हैं
आयी हैं माँ आयी हैं -२ ,
मंदिर में हो रही जय जयकार 

१. हनुमत संग में लांगुर आये ,बांध के घुंघरू खूब ही नाचे 
मंदिर में मची है धमाल , कि मइया आयी है 
मंदिर में हो रही--------------------------------

२. रंग बिरंगे फूल मंगाए ,अपनी माँ को खूब सजाये 
फूलों की हो रही बरसात , कि मइया आयी है 
मंदिर में हो रही--------------------------------

३. ढोलक बाजे मंजीरे बाजे ,सब भक्तों की ताली बाजें
गूँज रही है शहनाई ,कि मइया आयी है 
मंदिर में हो रही--------------------------------

४. ध्वजा नारियल भेंट चढ़ाएं ,फल मेवा का भोग लागाएं 
मइया को मनायें आज ,कि मइया आयी है 
मंदिर में हो रही--------------------------------



                                                                               शरणागत 
                                                                           नीलम सक्सेना

लांगुरिया मेरा बड़ा सयाना ( माँ का लांगुर )






     

             भजन 








    लांगुरिया मेरा बड़ा सयाना ,मैया संग में आता है 
    मैया संग में रहता है ,मैया की सेवा करता है 
    लांगुरिया मेरा ----------------------------

१. लांगुर मेरा बड़ा सलोना ,माँ के मन को भाता है 
    जहाँ जहाँ मइया जाती है ,वहाँ वहाँ लांगुर जाता है 
    लांगुरिया मेरा ----------------------------

२. लांगुर मेरा छैल छबीला ,सबके मन को भाता है 
    जहाँ जहाँ छंद होयें मइया के,लांगुर वहीँ पे रहता है 
    लांगुरिया मेरा ----------------------------

३. लांगुर मेरा बड़ा रंगीला ,सखियों के मन भाता है 
    भक्तों को खूब हँसता है ,भक्तों को खूब नाचता है
   लांगुरिया मेरा ----------------------------

४. लांगुर मेरा बड़ा ही चंचल ,भक्तों पे रौब जमाता है
   उछल-उछल के कूद-कूद के ,खूब ही मस्ती करता है 
   लांगुरिया मेरा ----------------------------

५. लांगुर मेरा बड़ा अलबेला ,नवरात्रों में आता है
   सारे जग में धूम मचाता ,हलवा पूरी खाता है 
   लांगुरिया मेरा ----------------------------


                                                                                    शरणागत 
                                                                                 नीलम सक्सेना


शुक्रवार, 24 मार्च 2017

हम तो जाएं माँ दर्शन को भक्तों तुम भी आओ








           
  भजन  








हम तो जाएं माँ दर्शन को , भक्तों तुम भी आओ 
मन की मुरादें पाओ , अपनी झोली भर ले जाओ 
हम तो जाएं ----------------------------

१. तुम  मत देखो पैर के छाले , दौड़ के भक्ता  आओ 
    मंजिल बड़ी दूर है माँ , जल्दी पार लगाओ ,
    हाँ जल्दी पार लगाओ , हम तो -----------

२. हम तो हैं औलाद माँ की , हमको दर्शन देगी 
    सर पे रखके हाथ अपना , हमको प्यार करेगी 
    हाँ हमको प्यार करेगी , हम तो -----------

३. माँ के दर सब एक हैं , कोई नहीं पराया 
   सब पे रखके अपनी छाया , जग में उनकी माया 
   हाँ जग में उनकी माया , हम तो -----------

४. रहमत बरसे रात दिन , देखो माँ की महिमा 
    देखे है संसार सारा , माँ की गरिमा 
    हाँ माँ की गरिमा , हम तो -----------


                                                                                     शरणागत 
                                                                                  नीलम सक्सेना

मेरी मेहंदी का रंग लाल (माँ की मेहंदी)



            भजन 










मेरी मेहंदी का रंग लाल,मेहंदी रंग भरी 
रचालो दोनों हाथ माँ अरदास मेरी 

१. हरे हरे पत्ते तोड़ के लायी , पीसी सारी रात
    सब भक्तों ने माँ के लगाई ,रच गए दोनों हाथ 
    मेरी मेहंदी-------------------

२. अम्बे लगाएं जगदम्वे लगाएं , पीसी सारी रात
    सब सखियों  ने माँ के लगाई ,रच गए दोनों हाथ 
    मेरी मेहंदी-------------------

३. काली  लगाएं चामुंडा लगाएं , पीसी सारी रात
    हम सब ने भी माँ के लगाई ,रच गए दोनों हाथ 
    मेरी मेहंदी-------------------

४. सातों बहना मेहंदी लगाएं , पीसी सारी रात 
    दासी नीलम माँ के लगाए ,रच गए माँ के हाथ 
    मेरी मेहंदी-------------------



                                                                                 शरणागत 
                                                                              नीलम सक्सेना

गुरुवार, 23 मार्च 2017

मइया उतरी बगिया में चल भक्ता बगिया में






          भजन 










    मइया उतरी बगिया में ,चल भक्ता बगिया में 

१. रेशम की डोरी चन्दन की पटली-२  
    ले चल भक्ता बगिया में, मइया उतरी बगिया में 

२. अमुआ की डाली पे झूला डलाया-२
    झूला झूले बगिया में, चल भक्ता बगिया में 
    मइया उतरी----------------------

३. त्रिदेवी मइया झूला झूलें-२ 
    झोटा देवें हनुमत जीचल भक्ता बगिया में 
    मइया उतरी----------------------

४. सातों बहना झूला झूलें-२ 
    झोटा देवें सारे भक्ता, चल भक्ता बगिया में 
    मइया उतरी----------------------   


                                                                                      शरणागत 
                                                                                  नीलम सक्सेना

ओढ़ चुनरिया लाल मैया बड़ी प्यारी लगे



                  

                  भजन 


ओढ़ चुनरिया लाल, मैया बड़ी प्यारी लगे 
मैया के गालों का रंग लाल, मैया बड़ी प्यारी लगे 
ओढ़ चुनरिया-------------------

१. लाल लाल बिंदिया, लाल लाल सिन्दूर 
    होठों का रंग है लाल, मैया बड़ी प्यारी लगे 

    ओढ़ चुनरिया-------------------

२. लाल लाल चूड़ी, लाल लाल मेहँदी 
    कंगनों का रंग है लाल, मैया बड़ी प्यारी लगे 
    ओढ़ चुनरिया-------------------

३. लाल लाल पायल, लाल लाल बिछुए 
    महावर का रंग है लाल, मैया बड़ी प्यारी लगे 
    ओढ़ चुनरिया-------------------

४. लाल लाल साड़ी, लाल लाल चोला 
    चुनरी का रंग है लाल, मैया बड़ी प्यारी लगे 
    ओढ़ चुनरिया-------------------

५.  लाल लाल लौंगे, लाल लाल नरियल 
     मेवों का रंग है लाल ,मैया बड़ी प्यारी लगे 
     ओढ़ चुनरिया-------------------

                                                                                          शरणागत 
                                                                                      नीलम सक्सेना

मंगलवार, 21 मार्च 2017

फूलों से सज रही है, राधा कृष्ण की ये जोड़ी





               भजन 








फूलों से सज रही है, राधा कृष्ण की ये जोड़ी 
देखो सुन्दर लग रही है-२ ,दोनों की युगल जोड़ी 
 
१, फूलों से मुकुट बनाया ,दोनों के शीश सजाया 
    देखो सुन्दर लग रहे हैं-२ ,दोनों के नयन कटीले 
    फूलों से सज रही है---------------------------------

२. फूलों से हार बनाया ,दोनों के गले पहनाया 
    देखो सुन्दर लग रहे हैं-२ ,दोनों के होठ रसीले 
    फूलों से सज रही है---------------------------------

३. फूलों से कंगन बनाया ,दोनों के हाथ पहनाया 
    देखो सुन्दर लग रही है-२ ,हाथों की ये मुरली
    फूलों से सज रही है---------------------------------

४. फूलों से तगड़ी बनाई ,दोनों को है पहनाई  
    देखो सुन्दर लग रही है-२ ,ये अदा खड़े होने की 
    फूलों से सज रही है---------------------------------

५. फूलों से पायल बनाई ,दोनों के पाँव पहनाई 
    देखो सुन्दर लग रही है-२ ,टेढ़ी चाल ये सुहानी 
    फूलों से सज रही है---------------------------------

६. फूलों से चुंदरी बनाई ,दोनों को है उढ़ाई 
    देखो सुन्दर लग रही है-२ ,दोनों की प्यारी छवि 
    फूलों से सज रही है--------------------------------


                                                                                      शरणागत 
                                                                                  नीलम सक्सेना

गुरूजी मैं तो ओढ़ चुनरिया

               





                     भजन






गुरूजी मैं तो ओढ़ चुनरिया,  ठाड़ी मंदिर में
गुरूजी मैं तो ओढ़ चुनरिया,  ठाड़ी मंदिर में


१. राम नाम से रंग ली चुनरिया,कृष्ण नाम से रंग ली चुनरिया
    प्रभु नाम से रंग लिया चोला  ,ठाड़ी रे मंदिर में
    गुरूजी मैं तो -------------------------

२. गुरु नाम की महिमा न्यारी ,जिसने जानी उसने मानी
    गुरूजी कर दो भव से पार ,ठाड़ी रे मंदिर में
    गुरूजी मैं तो -------------------------

३. गुरु शरण में आ जाओ भक्तों ,हाथ गुरु का सर पे रखलो
    गुरूजी तेरा करेंगे कल्याण ,ठाड़ी रे मंदिर में
    गुरूजी मैं तो -------------------------

४. गुरु शरण में जो भी जाता , जनम मरण से छुट्टी पाता
    प्रभु चरण में वह समाता  ,ठाड़ी रे मंदिर में
    गुरूजी मैं तो -------------------------


                                                                                                       शरणागत
                                                                                                    नीलम सक्सेना

रविवार, 19 मार्च 2017

मेरी नइया है माँ के हवाले




          भजन 






    मेरी नइया है  माँ के हवाले 
    मइया पार करे या  डुबोदे -२ 
    मइया पार करे या डुबोदे-२ 
    मेरी नइया -----------, मइया पार-------

१. मैं लाल तेरा माँ आया-२ , अपनी फरियादें लाया 
    बस रहम नज़र कर दे-२ , माँ तेरे दर आया 
    मेरी नइया -----------, मइया पार-------

२. तूने सबकी बिगड़ी बनाई-२ , अब मेरी बारी आयी 
    मेरे सर पे तू हाथ रखदे-२ , बस एक गुजारिश मेरी 
    मेरी नइया -----------, मइया पार-------

३. मेरी मंजिल क्या है माँ-२ ,तू इतना बतादे माँ 
   माँ  सच्ची राह को चुनलूँ-२ ,  मेरा जीवन सफल बना 
   मेरी नइया -----------,  मइया पार-------

४. मैं कामी क्रोधी पापी-२ , पर बालक  हूँ तेरा 
    तूने जग में है भेजा-२ , बस कृपा करदे माँ 
    मेरी नइया -----------,  मइया पार-------


                                                                       शरणागत 
                                                                   नीलम सक्सेना

शनिवार, 18 मार्च 2017

हे गुरुवर मेरे दर आयी तेरे-संभालो


                   भजन 


    हे गुरुवर मेरे दर आयी तेरे-संभालो 
    इस भंवर से तो बाहर निकालो
     
    
१. कैसा जाल बनाया माया का
    जैसे तड़पे जल बिन मछली है 
    ऐसे तड़प रही हूँ-संभालो  
    इस भंवर से तो बाहर निकालो 
    हे गुरुवर-----------,इस भंवर------------

२. हे गुरुवर मेरे कुछ ऐसा करो 
    इस जगत में जन्म न लेना पड़े 
    ये है मकड़ी का जाल-संभालो 
    इस भंवर से तो बाहर निकालो
    हे गुरुवर-----------,इस भंवर------------ 

३. इस जग की माया मिथ्या है 
   सब भक्तों की एक समस्या है 
   गुरु बचन ही हमको-संभाले  
   इस भंवर से तो बाहर निकालें  
   हे गुरुवर-----------,इस भंवर------------

४. है सारी उमर का निचोड़ बढ़ापा 
   सब कर्मों का फल है दाता 
   ये है जी का जंजाल-संभालो 
   इस भंवर से तो बाहर निकालो 
  हे गुरुवर-----------,इस भंवर------------

                                                                                    शरणागत 
                                                                                नीलम सक्सेना